महिलाएं अधिकारों को समझें
उत्कृष्ट काम करनेवाली महिलाएं सम्मानित, बोलीं महुआ माझी छात्रों के सवालों का दिया जवाब तकनीकी सत्र में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने प्रश्नोत्तरी काल में विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर दिये. उन्होंने कहा कि महिलाएं अपना आत्मबल मजबूत रखें. विभागाध्यक्ष डॉ उषा सिंह ने कहा कि महिलाएं कानून में मिले हुए अधिकार का दुरुपयोग […]
उत्कृष्ट काम करनेवाली महिलाएं सम्मानित, बोलीं महुआ माझी
छात्रों के सवालों का दिया जवाब
तकनीकी सत्र में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने प्रश्नोत्तरी काल में विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर दिये. उन्होंने कहा कि महिलाएं अपना आत्मबल मजबूत रखें. विभागाध्यक्ष डॉ उषा सिंह ने कहा कि महिलाएं कानून में मिले हुए अधिकार का दुरुपयोग न करें. छोटी-छोटी बातों को तूल न दें.
प्रताड़ना की स्थिति में कानून का सहारा लें. इस सत्र में सिस्टर रौसली, वीणा सेठी, शाहीन प्रवीण, रीना वर्मा, कुमूद झा ने महिलाओं को जागरुक करने के क्षेत्र में किये गये कार्यों को उनके बीच रखा. तकनीकी सत्र का रिपोर्ट लॉ कॉलेज की शिक्षिका नवेदिता ने प्रस्तुत की. दोनों सत्रों का संचालन डॉ सुकल्याण मोइत्र एवं धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका लक्ष्मी सिंह ने किया. कार्यक्रम में लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ जयदीप संयाल समेत शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे.
हजारीबाग : विनोबा भावे विश्वविद्यालय में दो दिवसीय कानूनी जागरूकता कार्यक्रम का उदघाटन मंगलवार को आर्यभट्ट सेमिनार हॉल में हुआ. यह कार्यक्रम राष्ट्रीय महिला आयोग एवं विभावि लॉ कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में दो सत्रों में हुआ.
उदघाटन सत्र में बतौर मुख्य वक्ता राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष महुआ माजी ने कहा कि झारखंड खनिज संपदा में संपन्न राज्य है, फिर भी यहां से महिलाओं का पलायन जारी है. महिला प्रताड़ना एवं हिंसा जैसी घटनाएं यहां हो रही है. उन्होंने कहा महिलाओं को जागरूक होना जरूरी है.
महिलाओं को कानूनी अधिकारों का पालन करना चाहिए. महुआ माजी ने दहेज प्रताड़ना, कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होनेवाली घटनाओं, बाल विवाह समेत अन्य पहलुओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग के हेल्पलाइन नंबर पर समस्या से संबंधित जानकारी लें. मौके पर कुलपति प्रो गुरदीप सिंह ने कहा कि देश दुनिया में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं.
महिलाएं आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें. महिला सशक्तीकरण के लिए कानून में कई प्रावधान हैं. इसके उपयोग के लिए महिलाओं को जागरूक करने की जरूरत है. प्रतिकुलपति प्रो मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने कहा कि कार्यशाला में एनजीओ, महिला सदस्य, लॉ कॉलेज, सभी विभागों के विद्यार्थियों का संगम हुआ है. निश्चित तौर पर दो दिवसीय कार्यशाला का सकारात्मक परिणाम मिलेगा. स्वागत भाषण डीएसडब्यू डॉ राजेश कुमार ने दिया.