अब जीपीएस से पर्यवेक्षिकाओं की होगी निगरानी
हजारीबाग : महिला पर्यवेक्षिका व आंगनबाड़ी सेविकाओं की मॉनिटरिंग जीपीएस के माध्यम से की जायेगी. अब महिला पर्यवेक्षिका व सेविकायें सरकार को झूठी रिपोर्ट नहीं भेज पायेगी. टैब ऑफ होने पर भी जीपीएस महिला पर्यवेक्षिकाओं का लोकेशन बतायेगा. मंगलवार को जन सूचना भवन के सभागार में तीन जिलो के सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिकाओं को जीपीएस प्रणाली […]
हजारीबाग : महिला पर्यवेक्षिका व आंगनबाड़ी सेविकाओं की मॉनिटरिंग जीपीएस के माध्यम से की जायेगी. अब महिला पर्यवेक्षिका व सेविकायें सरकार को झूठी रिपोर्ट नहीं भेज पायेगी. टैब ऑफ होने पर भी जीपीएस महिला पर्यवेक्षिकाओं का लोकेशन बतायेगा. मंगलवार को जन सूचना भवन के सभागार में तीन जिलो के सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिकाओं को जीपीएस प्रणाली का प्रशिक्षण दिया गया. ज्ञात हो कि झारखंड सरकार की ओर से पिछले दिनों महिला पर्यवेक्षिकाओं को टैब दिये गये थे. प्रशिक्षण के माध्यम से टैब संचालन व विभिन्न गतिविधि की जानकारी दी गयी.
मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आरएस ठाकुर, सीडीपीओ वीणा गुप्ता, डॉ रेखा रानी, प्रतिमा कुमारी सहित चतरा, कोडरमा व हजारीबाग के सभी सीडीपीओ और महिला पर्यवेक्षिका शामिल थे. प्रशिक्षण में बताया गया कि आंगनबाड़ी सेविकाओं को बच्चों की उपस्थिति व अन्य जानकारी एसएमएस के माध्यम से दी जायेगी. सेविकाओं को जेएच स्पेस आंगनबाड़ी केंद्रों का नंबर स्पेस बच्चों की संख्या को 51969 पर एसएमएस करना होगा.
विभाग प्रत्येक एसएमएस पर सेविकाओं को 80 पैसे का भुगतान करेगा. प्रत्येक दिन विभाग नौ बजे सुपरवाइजर, सीडीपीओ को किसी एक आंगनबाड़ी केंद्र निरीक्षण करने का आदेश मिलेगा. सुपरवाइजर व सीडीपीओ निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की उपस्थिति की जांच करेंगे. सुपरवाइजर के जांच का मिलान सेविका द्वारा किये गये एसएमएस से किया जायेगा.