90.68 करोड़ का नया बजट

भारी हंगामे के बीच नगर निगम के नये बजट को पास कर दिया गया. हजारीबाग : नगर निगम का 2016-17 वित्तीय बजट बोर्ड से पारित कराने को लेकर गुरुवार को हुई बैठक में भारी हंगामा हुआ. अध्यक्ष अंजली कुमारी ने एक तिहाई वार्ड पार्षदों से 90.68 करोड़ का बजट पारित होने की बात कही. वहीं, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 1, 2016 7:49 AM
भारी हंगामे के बीच नगर निगम के नये बजट को पास कर दिया गया.
हजारीबाग : नगर निगम का 2016-17 वित्तीय बजट बोर्ड से पारित कराने को लेकर गुरुवार को हुई बैठक में भारी हंगामा हुआ. अध्यक्ष अंजली कुमारी ने एक तिहाई वार्ड पार्षदों से 90.68 करोड़ का बजट पारित होने की बात कही.
वहीं, उपाध्यक्ष आनंद देव समेत 15 वार्ड पार्षदों ने बजट को पारित नहीं होने व बहिष्कार की बात कही. बहिष्कार करनेवाले पार्षद बाद में डीसी मुकेश कुमार से मिले और बोर्ड की बैठक में उठाये गयी आपत्ति की जानकारी उन्हें दी. इधर, अध्यक्ष अंजली कुमारी ने कहा कि बोर्ड की बैठक में बजट पारित हो गया है. एक तिहाई वार्ड पार्षदों की बहुमत से बजट पारित हुआ है. बजट जनता के हित में बनाया गया है.
वित्तीय वर्ष का बजट: नगर निगम का प्रस्तावित बजट 90 करोड़ 68 लाख 7160 रुपये का है. इसमें कुल खर्च के लिए 76 करोड़ 53 हजार 608 रुपये का प्रस्ताव तैयार किया गया है. शेष राशि 14 करोड़ 15 लाख 6499 नगर निगम को विकास कार्य के लिए बचेगा.
नगर निगम को गृह कर से 80 लाख, शौचालय कर से 64 लाख, जल कर से 64 लाख, शिक्षा से 40 लाख, स्वास्थ्य से 40 लाख, मालगुजारी से 16560, बाजार एवं स्टॉल से 90 लाख, स्टांप डयूटी से 70 लाख, जल शुल्क से 10 लाख लाख, वाटर चार्ज से एक करोड़ 16 लाख, सरकारी अनुदान से 32 करोड़, विविध आय से 40 लाख की आमदनी होगी. वित्तीय वर्ष में नगर निगम का खर्च 29 लाख, लोक निर्माण पर 21 लाख, कार्य पर 38 लाख, जन सुरक्षा पर 17 लाख, पीपीसी 20 लाख, सड़क सफाई पर 81 लाख, नाली सफाई पर पांच लाख, शौचालय सफाई पर तीन लाख, जलापूर्ति पर चार लाख, विविध ब्यय 96 लाख, विधि चार्ज पर एक लाख के अन्य पर खर्च होंगे.
बहिष्कार करनेवाले पार्षदों का आरोप : नदी दी गयी बजट की कॉपी
वित्तीय वर्ष के बजट का लेखा-जोखा और तैयार प्रारूप की कॉपी वार्ड पार्षदों को पूर्व में उपलब्ध नहीं करायी गयी है.
बजट की प्रति बैठक में उपलब्ध करायी गयी. बहिष्कार करनेवाले पार्षदों का कहना था कि इससे बजट में किन योजनाओं पर कितनी राशि ली गयी है, यह समझे बगैर बजट कैसे पारित करेंगे.
इसके अलावा एलइडी लाइट खरीदारी में अनियमितता, मटवारी मार्केट निर्माण के लिए बोर्ड से बिना पारित योजना का टेंडर निकालना और भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया गया. उपाध्यक्ष आनंद देव ने कहा कि कई वित्तीय अनियमितता की जानकारी मांगी गयी, जिसे नहीं दिया गया. इसमें वार्ड पार्षद अंजय पासवान, मुरमय चाकी, अरुणा देवी, मोना देवी, सुदीप्ता चटर्जी, काजल मुखर्जी, नवेदिता राय, गजाला परवीन, मनोरमा देवी, सुमित्रा देवी, विजय चौधरी, पंकज गुप्ता, मो अख्तर, प्रफुल्ल कुमार शामिल हैं.

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