प्रभावित किसान हुए गोलबंद, किया विरोध
बरही़ : रियाडा प्रभावित किसानों ने रियाडा की भूमि पर शुरू हुए चहारदीवारी निर्माण कार्य को रोक दिया़ प्रभावित किसान काफी संख्या में कार्यस्थल पर पहुंचे और लोगों को काम बंद करने को कहा. साथ ही चेतावनी दी कि जब तक रियाडा प्रभावित किसानों के साथ बात नहीं करता है, तब तक चहारदीवारी का निर्माण […]
बरही़ : रियाडा प्रभावित किसानों ने रियाडा की भूमि पर शुरू हुए चहारदीवारी निर्माण कार्य को रोक दिया़ प्रभावित किसान काफी संख्या में कार्यस्थल पर पहुंचे और लोगों को काम बंद करने को कहा. साथ ही चेतावनी दी कि जब तक रियाडा प्रभावित किसानों के साथ बात नहीं करता है, तब तक चहारदीवारी का निर्माण कार्य नहीं होने देंगे. इधर, काम पर रोक लगाने के बाद प्रभावित किसानों ने अब्दुल जलील की अध्यक्षता में बैठक की. बैठक में किसानों के बीच से दो तरह की राय उभर कर आयी.
कुछ किसानों का कहना था कि रियाडा भूमि का आज के दर से मुआवजा दे, फिर निर्माण कार्य में हाथ लगाये. वहीं अधिकांश किसानों ने मांग की कि रियाड़ा जमीन किसानों को वापस करे. 17 वर्ष हो जाने के बाद भी रियाडा ने भूमि का इस्तेमाल नहीं किया. जमीन का काफी हिस्सा एएनएचआइ और कोबरा को बेचा गया. रियाडा बची जमीन को बाउंड्री करने के बाद फिर किसी कंपनी को बेचने की कोशिश में है. गुरुवार को पुन: बैठक बुलायी गयी है. बैठक का संचालन इकबाल रजा ने किया़
मौके पर जिप सदस्य संतोष रविदास, कोनरा मुखिया मो ताजुद्दीन, बरही पूर्वी मुखिया छोटन ठाकुर, पंचायत समिति सदस्य प्रमोद विश्वकर्मा, दुलार चंद्र साव, रिजवान अली, संतोष केशरी, केदार दास, लखन रजक, सुरेश रविदास, मो युसूफ अंसारी, मो हफीज, मो नौशाद सहित लगभग एक सौ प्रभावित किसान मौजूद थ़े छह सदस्यीय तदर्थ कमेटी : किसानों ने छह सदस्यीय तदर्थ कमेटी बनायी है. कमेटी में सेराज अली, मो दानिस, मो मकसूद, सुरेश साव व चरका को शामिल किया गया है़