जिले में वद्यिुत व्यवस्था लचर
जिले में विद्युत व्यवस्था लचरफ्लैग- परेशानी. शहरी इलाकों में 24 घंटे में मात्र 13 घंटे मिल रही है बिजलीइंट्रो- ग्रामीण क्षेत्रों में आठ से दस घंटे ही बिजली मिल रही है, एक तरफ भीषण गरमी में जहां लोग परेशान है, वहीं बच्चों का पढ़ाई हो रही है बाधितचतरा. जिले में विद्युत व्यवस्था लचर है. विभाग […]
जिले में विद्युत व्यवस्था लचरफ्लैग- परेशानी. शहरी इलाकों में 24 घंटे में मात्र 13 घंटे मिल रही है बिजलीइंट्रो- ग्रामीण क्षेत्रों में आठ से दस घंटे ही बिजली मिल रही है, एक तरफ भीषण गरमी में जहां लोग परेशान है, वहीं बच्चों का पढ़ाई हो रही है बाधितचतरा. जिले में विद्युत व्यवस्था लचर है. विभाग द्वारा 24 घंटे में मात्र 12 से 13 घंटे ही विद्युत आपूर्ति की जा रही है. बिजली के अभाव में पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है. भीषण गरमी में लोगों को काफी परेशानी हो रही है. शाम सात से रात 11 बजे रात तक अनियमित विद्युत आपूर्ति की जाती है. जिससे लोगों को गरमी के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. अत्यधिक गरमी होने के कारण बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं. विभाग द्वारा प्रतिमाह मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपये खर्च किये जाते है. लेकिन स्थिति जस की तस बनी है. अनियमित विद्युत आपूर्ति बंद रहने से सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों के काम-काज पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. बिजली नहीं रहने से छोटे उद्योग धंधे, इलेक्ट्रॉनिक दुकानदारों का व्यवसाय प्रभावित हो रहा है. शाम ढलते ही चौक-चौराहों पर अंधेरा के कारण सन्नाटा पसर जाता है. ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की स्थिति और भी खराब है. इन क्षेत्रों में मात्र आठ से दस घंटे ही विद्युत आपूर्ति की जा रही है.अर्थिंग की व्यवस्था नहीं: शहर के सभी वार्डों में विभाग द्वारा अर्थिंग की व्यवस्था नहीं की गयी है. जिससे लोगों को 440 वोल्ट में बिजली का उपयोग करना पड़ता है. अत्यधिक वोल्टेज होने के कारण घर का कई उपकरण खराब हो जाते हैं या फिर जिन लोगों द्वारा 440 वोल्ट का उपयोग नहीं किया जाता है, उन्हें लो वोल्टेज की समस्या से जूझना पड़ता है. नियमित आपूर्ति के लिए प्रयास जारी: एसडीओबिजली विभाग के एसडीओ ने कहा कि बरही से लोड सेडिंग को लेकर बिजली काटी जा रही है. नियमित विद्युत आपूर्ति के लिये प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही लोगों को समुचित बिजली उपलब्ध करायी जायेगी.