150 लोगों को नहीं मिलेगा पानी
चरही : चुरचू प्रखंड की इंद्रा पंचायत अंतर्गत जोजोबेड़ा गांव में आज भी मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं. गांव में बिजली, पानी व सिंचाई की काफी समस्याएं हैं. यहां के ग्रामीण अंधेरे में रहने को विवश हैं. यह गांव आदिवासी बहुल गांव है. यहां 20 घरों में 150 लोग रहते हैं. गांव में इंदिरा आवास, चापानल […]
चरही : चुरचू प्रखंड की इंद्रा पंचायत अंतर्गत जोजोबेड़ा गांव में आज भी मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं. गांव में बिजली, पानी व सिंचाई की काफी समस्याएं हैं. यहां के ग्रामीण अंधेरे में रहने को विवश हैं. यह गांव आदिवासी बहुल गांव है. यहां 20 घरों में 150 लोग रहते हैं. गांव में इंदिरा आवास, चापानल और कुआं की सुविधा नहीं है. तापीन साउथ परियोजना से सटे इस गांव को सीसीएल से भी कोई सुविधा नहीं मिली है.
गांव में तत्काल पानी की व्यवस्था शुरू करने की मांग
पानी की समस्या को देखते हुए ग्रामीणों ने तत्काल गांव में सीसीएल प्रबंधन से पानी की व्यवस्था करने की मांग की है. प्रशासन से जोजोबेड़ा गांव में बिजली व सिंचाई की सुविधा की मांग की है.
जोजोबेड़ा गांव का विकास प्राथमिकता
इंद्रा के मुखिया दशरथ महतो ने कहा कि जोजोबेड़ा गांव का विकास हमारी पहली प्राथमिकता है. जोजोबेड़ा गांव के विकास के लिए योजना बनाओ अभियान के तहत कई योजना बनायी गयी है. गांव को हरसंभव सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी.
जोजोबेड़ा गांव में पानी की समस्या
भीषण गरमी के कारण जोजोबेड़ा गांव में पानी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. यहां के लोग पानी के लिए दर-दर भटकने को विवश हैं. जोजोबेड़ा गांव से सटी बोकरो नदी भी पूर्ण रूप से सूख चुकी है. गांव से एक किलोमीटर दूर नदी के किनारे एक छोटा सा चुआं है. यहीं से लोग अपनी प्यास बुझाते हैं. यह चुआं कभी भी सूख सकता है. इस चुआं से पानी लेने के लिए ग्रामीणों को लाइन लगना पड़ता है. गंदा पानी पीने के कारण कई बार ग्रामीण बीमार के शिकार हो चुके हैं.
जिप सदस्य ने किया गांव का निरीक्षण
चुरचू जिप सदस्य ने जोजोबेड़ा गांव का निरीक्षण किया आैर वहां की समस्याअों की जानकारी ली. तत्काल गांव में पानी के लिए सीसीएल महाप्रबंधक से वार्ता कर गांव में टैंकर से पानी उपलब्ध कराने की मांग की.