चाक-चौबंद रहेगी सुरक्षा व्यवस्था
हजारीबाग : हजारीबाग नगर भवन में पुलिस अधिकारियों के साथ एसडीओ अनुज प्रसाद ने बैठक की. इसमें ईद की तैयारी को लेकर समीक्षा हुई. एसडीओ ने कहा कि त्योहार के मौके पर विधि व्यवस्था को लेकर किसी तरह की चूक नहीं होनी चाहिए. पुलिस के जवान हर चौक-चौराहों पर तैनात रहेंगे. इसके लिए कई दंडाधिकारी […]
हजारीबाग : हजारीबाग नगर भवन में पुलिस अधिकारियों के साथ एसडीओ अनुज प्रसाद ने बैठक की. इसमें ईद की तैयारी को लेकर समीक्षा हुई. एसडीओ ने कहा कि त्योहार के मौके पर विधि व्यवस्था को लेकर किसी तरह की चूक नहीं होनी चाहिए. पुलिस के जवान हर चौक-चौराहों पर तैनात रहेंगे.
इसके लिए कई दंडाधिकारी भी प्रतिनियुक्त किये गये हैं. डीएसपी चंदन कुमार ने कहा कि ईद को लेकर प्रशासन ने सारी तैयारी पूरी कर ली है. विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए जगह-जगह पर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया. लोगों से भाईचारे के साथ त्योहार मनाने की अपील की गयी. मौके पर इंस्पेक्टर राजीव कुमार सिन्हा, थाना प्रभारी जीतेंद्र सिंह, नथुनी प्रसाद यादव, पंकज कुमार , सीओ संतोष कुमार के अलावा काफी संख्या में पुलिस के जवान उपस्थित थे.बरही में आज पढ़ी जायेगी ईद की नमाज : बरही. बरही में आज ईद की नमाज पढ़ी जायेगी.
कोनरा ईदगाह में सुबह आठ बजे ईद की नमाज होगी. इमाम मौलाना मो मुशर्रफ कादरी नमाज पढ़ायेंगे. मदीना मसजिद में आठ बजे से नमाज होगी. मक्का मसजिद में ईद की नमाज साढ़े आठ बजे से होगी. यहां इमामकारी अब्दुल क्यूम नमाज पढ़ायेंगे. जामा मसजिद में नौ बजे ईद की नमाज पढ़ी जायेगी. नमाज के समय पानी पड़ने पर ईदगाह में नमाज नहीं होगी. इस स्थिति में जामा मसजिद में दो जमात होगी. पहली जमात ईदगाह वाले समय पर सुबह आठ बजे. दूसरी जमात तयशुदा समय नौ बजे होगी. ईद को लेकर कोनरा ईदगाह, लश्कारी ईदगाह, जामा मसजिद, मदीना मसजिद, मक्का मसजिद, धमना मसजिद, छोटकी बरही मसजिद, लशकरी मसजिद सहित इलाके के सभी ईदगाहों व मसजिदों को सजाया गया है.
मुल्क की खुशहाली के लिए सभी धर्मों का करें सम्मान
संत कोलंबा कॉलेज में ‘ईद का पैगाम इंसानियत’ पर सेमिनार
हजारीबाग. संत कोलंबा कॉलेज के सभागार में उर्दू विभाग की ओर से ईद का पैगाम इंसानियत पर सेमिनार हुआ.कार्यक्रम की शुरुआत जकिया मोइन ने तेलावते कुरान पाक से की. उर्दू विभाग के व्याख्याता डॉ नुद्रतुन निशा ने नाजशरीफ पढ़ा. डॉ जेआर दास ने कहा कि आज सारे धर्म जिंदा हैं, लेकिन इंसानियत का धर्म टूट रहा है. डॉ जमाल अहमद ने कहा कि मुल्क की खुशहाली के लिए हमें सभी धर्मों की इज्जत करनी चाहिए. डॉ राजू राम ने कहा कि ईद जैसा पवित्र त्योहार फिल्मों के मुख्य आकर्षण हुआ करते हैं. डॉ इकबाल जफर ने कहा कि त्योहार और उत्सव दुनिया के हर समाज में होते हैं. आज असामाजिक कामों की अधिकता के कारण हमारे पास बहुत कम समय होता है. ईद का जश्न इस तरह के मिथक को तोड़ता है और भाईचारगी का संदेश देता है.
डॉ सबिता शीतल, डॉ साजिद हुसैन, डॉ नीरज डांग, डॉ सुनील कुमार दुबे, डॉ टीआर खान, परवेज आलम, गुलाम मोइनउद्दीन, अली रजा, अहमद आरफ, अली राजा, हुसने आरा, इकबाल रजा, अनवारूल होदा, साजिया परवीन, मोजाहीर हुसैन, हीना फिरदौस, अब्दुल सलाम, मदकद हुसैन, मेहरून नाज, अब्दुल सलाम, शाहिल परवीन, नेहा सुल्ताना व बुसरा परवीन ने भी अपने विचार रखे. मंच संचालन अनवारूल होदा ने किया.