पदमा : हजारीबाग जिले में मध्याह्न भोजन के नाम पर किस तरह बच्चों की सेहत के साथ खिलवाड़ हो रहा है, यह पदमा प्रखंड के विद्यालयों में देखने को मिला. सरकार की ओर से सभी तरह की सुविधा मुहैया कराने के बावजूद किस तरह मध्याह्न भोजन में गड़बड़ी हो रही है, इसका अनुमान इस प्रखंड के स्कूलों में देख कर लगाया जा सकता है.
किसी स्कूल में खीर के नाम पर चीनी और पानी मिला भात बच्चों को परोसे गये, तो तो कहीं खिचड़ी के नाम पर दाल के कुछ अंश ही देखने को मिले. इस प्रखंड के कई विद्यालयों में मध्याह्न भोजन देने के नाम पर बच्चों के सेहत से खिलवाड़ हो रहा है.
जानकारी के अनुसार प्रखंड के विद्यालयों में सरकार द्वारा निर्धारित मेनू के अनुसार बच्चों को भोजन नहीं मिल रहा है, जबकि बच्चों की सेहत के लिए सरकार की ओर से पौष्टिक आहार की व्यवस्था की गयी है.
इस प्रतिनिधि ने जब स्कूलों में भोजन की स्थित की जानकारी ली, तो कई गड़बड़ियां उजागर हुई. मध्य विद्यालय भंडरा में दाल, चावल और हरी सब्जियों की जगह खिचड़ी बनाया जा रहा था. खिचड़ी में दाल के कुछ ही अंश थे. डेकची में सिर्फ हल्दी ही नजर आ रहे थे. कमोवेश यही हाल नव प्राथमिक विद्यालय कुट्टीपीसी टांड़ में भी देखा गया.
यहां चावल और चीनी डाल कर मिठी भात बनाये जा रहे थे. विद्यालय की रसोइया ने पूछे जाने पर बताया कि खीर बना है. खीर में दूध नहीं होने की बात पूछने पर उसने कहा कि मंगवा कर डाल देती हूं. इसी तरह नव प्राथमिक विद्यालय गोतिया में दाल, चावल और सब्जी बने थे. दाल के नाम पर सिर्फ पीला पानी ही परोसा गया था.