सात दिन से सफाई नहीं गंदगी से लोग परेशान
हजारीबाग : हजारीबाग शहरी क्षेत्र में सात दिन से कूड़ा करकट सड़कों पर पड़ा है.एक सौ से अधिक डस्टबीन लाबालब कूडा करकट्ट से भरा है.नाली का गंदा पानी सडकों पर बह रहा है. डेली मार्केट में 14 ट्रक से अधिक कूड़ा करकट सड़ने से पूरे बाजार क्षेत्र बदबू फैला है. शहर के सभी 32 वार्ड […]
हजारीबाग : हजारीबाग शहरी क्षेत्र में सात दिन से कूड़ा करकट सड़कों पर पड़ा है.एक सौ से अधिक डस्टबीन लाबालब कूडा करकट्ट से भरा है.नाली का गंदा पानी सडकों पर बह रहा है. डेली मार्केट में 14 ट्रक से अधिक कूड़ा करकट सड़ने से पूरे बाजार क्षेत्र बदबू फैला है. शहर के सभी 32 वार्ड के रोड व गली में कदम-कदम पर कीचड़ और बजबजाती गंदगी पसरी है.
मुख्य नाला, अन्नदा चौक से खिरगांव तक कूड़ा से भरा हुआ है. सुभाष मार्ग सीताराम स्टूडियो के पास नाला में लगभग एक ट्रक कचरा पुल के मुहाने पर फंसा हुआ है. इसी तरह मेन रोड समेत सभी महत्वपूर्ण व्यावसायिक मार्ग गंदी नालियों से बजबजा रहा है. टाउन हॉल रोड की नाली का पानी सड़कों में बह रहा है. प्रत्येक दिन लगभग 20 ट्रैक्टर कूड़ा निकलता है. इस तरह शहर में लगभग 140 ट्रैक्टर कूड़ा फैला हुआ है.शहर में पैदल चलना मुश्किल हो गया है. फुटपाथ दुकानदार व ग्राहक भी परेशान है. शहर के लोगों की नाराजगी अब आक्रोश में बदल गया है.
लोगों में नाराजगी बढ़ी : मनोज गुप्ता, संजय कुमार ने कहा कि सांसद, विधायक ,नगर परिषद अध्यक्ष, कई वार्ड पार्षद एक ही राजनीतिक दल भाजपा से हैं. केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार है. फिर भी हजारीबाग शहरवासियों को छोटी छोटी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है.
बकरीद व करमा में भी सफाई नहीं : शहर के सभी मसजिद जानेवाली सड़क में गंदगी का अंबार है. 13 सितंबर को नमाज पढ़ने के लिए मसजिद जायेंगे. सड़क पर नालियों का गंदा पानी व गंदगी से सभी को परेशान होना होगा. वहीं करमा पर्व पर भी कई वार्डों में गंदगी के बीच लोगों ने पर्व मनाया.
आठ माह का कर्मचारियों का वेतन बकाया : नगर परिषद सफाई कर्मी छह सितंबर से हड़ताल पर हैं. कर्मियों की मांग है कि आठ माह का बकाया वेतन का भुगतान किया जाये. 380 सफाई मजदूर बकाया वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर डटे हैं. संघ के रामनरेश ने कहा कि बकरीद जैसे पर्व में ही वेतन भुगतान नहीं होता है.वेतन बकाया मिलने पर ही सफाई कर्मी काम पर लौटेंगे.
प्रभारी नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी मिथिलेश झा ने कहा कि मुझे वित्तीय अधिकार दस दिनों तक काम करने के बाद भी नहीं मिला है. वित्तीय अधिकार मिलते ही कर्मचारियों का वेतन भुगतान होगा.