14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बढ़ता जा रहा है वायु,जल व ध्वनि प्रदूषण

हजारीबाग : हजारीबाग की आबोहवा बदल रही है. यह बदलाव प्रदूषण के वजह से हुआ है. शहर से लेकर गांव तक प्रदूषण फै लता जा रहा है. पिछले दो तीन वर्षो से यह बदलाव देखा जा रहा है. ध्वनि प्रदूषण अधिकृत शांति क्षेत्र में भी बढ़ रही है. हजारीबाग के छठ तालाब में बायोकेमिकल ऑक्सीजन […]

हजारीबाग : हजारीबाग की आबोहवा बदल रही है. यह बदलाव प्रदूषण के वजह से हुआ है. शहर से लेकर गांव तक प्रदूषण फै लता जा रहा है. पिछले दो तीन वर्षो से यह बदलाव देखा जा रहा है. ध्वनि प्रदूषण अधिकृत शांति क्षेत्र में भी बढ़ रही है. हजारीबाग के छठ तालाब में बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड भी अधिक हुई है.

शहर व आसपास के वातावरण में धूल-कण के अंश का अप्रत्याशित वृद्धि रिकार्ड की गयी है. जल प्रदूषण : शहर स्थित झील का पानी प्रदूषित हुआ है. प्रदूषण विभाग ने पिछले दिनों मीठी झील से नमून इकट्ठा किया था. दो दिन लिये गये अलग-अलग नमूनों में कई रासायनिक बदलाव रिकार्ड किया गया. जल का पीएच वैल्यू 6.9 से घट कर 6.8 हो गया.

डिजाल्व ऑक्सीजीन 6.5 से 5.9 ,केमिकल्स ऑक्सीजन डिमांड 16 से 24 बढ़ गया. कुल कठोरता 64 से 70 दर्ज की गयी. क्षारता 46 से 54 पाया गया. पानी में घुले सालफेट की मात्र 25 से घट कर 20 हो गयी है.

वायु प्रदूषण : वायु में धूल-कण की मात्र शहर में लगातार बढ़ रही है. टूटी सड़क, जहां-तहां फैली गंदगी व कचरा,वाहनों से उड़ने वाले धूल व धुआं प्रदूषण के सबसे बड़े कारण बन रहे हैं. हवा में धूल-कण की निर्धारित मात्र 10 साल पहले 100 एमजी थी. जो बढ़ कर 150 -200 एमजी पहुंच गयी है. राष्ट्रीय राजमार्ग के बगल के कई स्थानों पर इसकी मात्र 300 एमजी तक पहुंच गयी है. पिछले दिनों प्रदूषण विभाग ने कई जगहों पर यंत्र लगा कर हवा में घुले धूल-कण की मात्र की जांच की थी. इसके बाद यह तथ्य सामने आया.

ध्वनि प्रदूषण : शहर में ध्वनि प्रदूषण लगातार बढ़ रहे हैं. पर्व-त्योहारों एवं अन्य उत्सव पर अनाधिकृत डीजे साउंड,वाहनों के हार्न आदि ध्वनि प्रदूषण के कारण हैं. पिछले दिनों झारखंड राज्य प्रदूषण बोर्ड हजारीबाग क्षेत्र ने 22 बिंदुओं पर ध्वनि मापक यंत्र लगाया. सुबह आठ से शाम 4.15 बजे तक ध्वनि सीमा मापी गयी. शांति क्षेत्र सदर अस्पताल,स्कूल के आसपास, संत कोलंबा कॉलेज, संत रॉबर्ट गल्र्स हाई स्कूल में 50 डेसिबल से बढ़ कर 56 डेसिबल तक ध्वनि मापी गयी.

व्यावसायिक क्षेत्र में भी निर्धारित सीमा से ध्वनि प्रदूषण ज्यादा मापा गया. इन क्षेत्रों में 75 डेसिबल तक ध्वनि प्रदूषण था. आवासीय क्षेत्र में भी ध्वनि की मात्र अधिक रिकार्ड की गयी.

प्रदूषण को लेकर जागरूकता अभियान : शहर के चिह्न्ति प्रदूषित क्षेत्रों में लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इसके लिये होर्डिग लगाया गया है. पॉलीथिन पर प्रतिबंध की मांग को लेकर जागरूकता रथ निकाली गयी थी.

कानूनी कार्रवाई होगी : एसडीओ राजीव रंजन ने कहा कि निर्धारित मानक से अधिक आवाज के यंत्र बजाने की शिकायत मिलने पर तुरंत कानूनी कार्रवाई की जायेगी. लोगों से आह्वान भी किया गया है कि डीजे साउंड कम आवाज में बजायें.

जल प्रदूषण दूर करने को लेकर पहल : डीसी सुनील कुमार और सीआरपीएफ कमांडेंट मुन्ना सिंह के प्रयास से झील की सफाई की गयी है. इसके बाद झील के पानी में प्रदूषण की मात्र कम हुई है. अब शहर वासियों को आने वाले दिनों में भी पानी को साफ रखना पड़ेगा.

साफ-सफाई से प्रदूषण कम होगा : नगर पर्षद क्षेत्र के 32 वार्डो में जगह-जगह गंदगी का अंबार है. शहर का मुख्य नाला अन्नदा चौक से खिरगांव तक कचरे से भरा हुआ है. शहर के सभी नाली में कचरा भरा है. सड़क पर धूल,कचरा भरे होने के कारण भी वायु प्रदूषण हो रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें