हजारीबाग : अपनी मांगों को लेकर जेपी केंद्रीय कारा के 700 बंदी पांचवें दिन अनशन पर रहे. अनशन पर बैठे बंदियों की मदद करने के लिए 30 महिला बंदी भी शामिल हो गयी. जेल में अलग-अलग स्थान पर बंदी अनशन पर बैठे थे. 35 बंदी 30 जनवरी से भोजन नहीं ले रहे हैं.
अनशन पर बैठे बंदियों के स्वास्थ्य की जांच सिविल सजर्न डॉ ओमप्रकाश आर्य एवं एक महिला चिकित्सक ने की. जानकारी के मुताबिक चार जनवरी को 1700 बंदी अनशन पर बैेठेंगे. बंदियों का कहना है कि अब आश्वासन व समझौता का कोई गुंजाइश नहीं रहा. सजा की समयावधि पूरी करनेवाले बंदियों को जब तक रिहाई नहीं कर दी जाती है अनशन जारी रहेगा.
अनशन पर उमेश यादव, मोख्तार अंसारी, संजय सिंह समेत अन्य बंदी बैठे हुए हैं. यहां बता दें कि 30 जनवरी से जेल के बंदी अनशन पर हैं. सजा की समयावधि पूरी करनेवाले बंदियों के रिहाई की मांग कर रहे हैं.
बंदियों के अनशन पर बैठने के संबंध में जेलर सीपी सुमन ने कहा कि इसकी पल-पल की जानकारी डीसी और जेल आइजी को दी जा रही है. इनकी मांग हमारे कार्य क्षेत्र से बाहर है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि आजीवन कारावास का मतलब पूरे जीवन भर जेल में रहना. हालांकि सजा अवधि पूरी करनेवाले आजीवन कारावास के बंदी का अच्छा आचरण, अधिक उम्र, असाध्य बीमारी रहे तो राज्य सरकार की ओर से बोर्ड की बैठक कर वैसे बंदियों पर निर्णय लिया जा सकता है.