सीएम की सभा में विरोध करनेवाले को रिहा करें

हजारीबाग : मुख्यमंत्री रघुवर दास की सभा में विरोध दर्ज करनेवाले उपप्रमुख रामस्वरूप ओझा को बिना शर्त रिहाई की मांग पंचायत प्रतिनिधियों ने की है. जिला समाहरणालय के समक्ष प्रतिनिधियों ने सोमवार को धरना दिया गया. गौरतलब है कि दस सितंबर को हजारीबाग प्रमंडलीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री रघुवर दास की सभा में मुख्यमंत्री के बातों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2016 8:26 AM
हजारीबाग : मुख्यमंत्री रघुवर दास की सभा में विरोध दर्ज करनेवाले उपप्रमुख रामस्वरूप ओझा को बिना शर्त रिहाई की मांग पंचायत प्रतिनिधियों ने की है. जिला समाहरणालय के समक्ष प्रतिनिधियों ने सोमवार को धरना दिया गया. गौरतलब है कि दस सितंबर को हजारीबाग प्रमंडलीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री रघुवर दास की सभा में मुख्यमंत्री के बातों पर असहमति जताने के लिए उपप्रमुख रामस्वरूप ओझा ने विरोध किया था. मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन ने रामस्वरूप ओझा पर मामला दर्ज कर जेल भेज दिया था. इसी का विरोध पंचायत प्रतिनिधि कर रहे हैं.
धरना में हजारीबाग, रांची, कोडरमा, चतरा, रामगढ़, गुमला, सिमडेगा, गिरिडीह, लातेहार समेत कई जिलों के जिप अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, प्रमुख, मुखिया काफी संख्या में शामिल हुए. धरना को संबोधित करते हुए सभी वक्ताओं ने कहा कि लोकतंत्र में संवैधानिक ढंग से विरोध व अपनी बात रखने का अधिकार सभी को है. मुख्यमंत्री मंच से पंचायत प्रतिनिधियों के विरुद्ध अनर्गल बयानबाजी कर रहे थे. इससे सभी प्रतिनिधि काफी दुखी हुए. वक्ताओं ने कहा कि सभी सरकारों में पंचायत प्रतिनिधियों को अपनी बातों को रखने का अवसर मिलता रहा है. लेकिन जेल भेजना कहीं से भी उचित नहीं है.
महामहिम राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन उपायुक्त हजारीबाग को दिया गया. इसमें कहा गया कि प्रमंडलीय सम्मेलन में जिला परिषद, पंचायत समिति, मुखिया, पंचायत स्वयंसेवकों ने बहुत आशा के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज की थी. लेकिन मुख्यमंत्री ने पंचायत प्रतिनिधियों के विरुद्ध अमार्यादित ढंग से अनर्गल बयानबाजी पंचायत प्रतिनिधियों के विरुद्ध किया, जो अत्यंत ही अशोभनीय था. मुख्यमंत्री के बयानबाजी से सभी पंचायत प्रतिनिधियों को आहत हुआ.
उपप्रमुख रामस्वरूप ओझा ने मुख्यमंत्री के बयानबाजी का विरोध किया. उपस्थित पुलिस बल ने उन्हें शांत कराकर बैठा दिया. कार्यक्रम खत्म होने पर जेल भेज दिया गया. इसी के विरोध में पंचायत प्रतिनिधि धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. ताकि राज्य सरकार जनप्रतिनिधियों के प्रति एक समान दृष्टि रखे. धरना को संबोधित करनेवालों में जिला परिषद अध्यक्ष सुशीला देवी, जिला परिषद अध्यक्ष कोडरमा शालिनी गुप्ता, रामगढ जिला परिषद अध्यक्ष ब्रह्मदेव महतो, लातेहार जिला परिषद उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद साहू, गुमला जिला परिषद अध्यक्ष किरण बाडा, सिमडेगा जिला परिषद अध्यक्ष मेनन एक्का, रांची जिप उपाध्यक्ष पार्वती देवी, गिरिडीह जिप अध्यक्ष राकेश महतो, रामगढ जिप सदस्य कपिलदेव मुंडा, हजारीबाग जिप सदस्य बसंत नारायण मेहता, प्रियंका कुमारी, विनोद मेहता, अनिता सिंह, रवि सिंह, सर्वेश सिंह, संतोष रविदास, रामस्वरूप पासवान, विष्णुगढ प्रमुख अशोक कुमार गुप्ता, इचाक प्रमुख सरिता देवी, पदमा प्रमुख विपीन मेहता, हजारीबाग प्रमुख रामलखन मेहता, पंचायत समिति सदस्य अब्दुल खान, दारू प्रमुख ललिता देवी, मुखिया राकेश रंजन दुबे, केरेडारी प्रमुख नीतू कुमारी, सरोजनी राम समेत सैकड़ों की संख्या में पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित हुए.

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