पर्यावरण की रक्षा के लिए चिंतन जरूरी : प्रो गुरदीप

पर्यावरण कानून सामाजिक न्याय सुरक्षा पर सेमिनार हजारीबाग : पर्यावरण कानून का सामाजिक न्याय सुरक्षा में प्रभाव विषय पर विनोबाभावे विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में सेमिनार का आयोजन किया गया. अखिल भारतीय अधिवक्ता संघ के झारखंड इकाई की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसका उदघाटन विभावि कुलपति प्रो गुरदीप सिंह, झारखंड हाईकोर्ट के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2016 6:10 AM
पर्यावरण कानून सामाजिक न्याय सुरक्षा पर सेमिनार
हजारीबाग : पर्यावरण कानून का सामाजिक न्याय सुरक्षा में प्रभाव विषय पर विनोबाभावे विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में सेमिनार का आयोजन किया गया. अखिल भारतीय अधिवक्ता संघ के झारखंड इकाई की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसका उदघाटन विभावि कुलपति प्रो गुरदीप सिंह, झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश रत्नाकार भेंगरा, उप-कुलपति एमपी सिन्हा, अधिवक्ता संघ के सचिव अब्दुल कलाम रसीदी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता हाइकोर्ट एसएस डे ने संयुक्त रूप दीप जला कर किया. कुलपति ने कहा कि देश के प्रति हमारी जिम्मेवारी क्या है और हमें क्या करना है, इसकी समुचित जानकारी बहुत लोगों को नहीं है. पर्यावरण की समस्याएं कई हैं. इसका समधान कैसे करना है, इस पर चिंतन की जरूरत है.
न्यायाधीश श्री भेंगरा ने कहा कि हजारीबाग हरियाली एवं सुंदरता के लिए विश्वविख्यात है. मैं हजारीबाग का रहनेवाला हूं, इसलिए यहां के पर्यावरण व पानी के विषय में काफी जानकारी है. ग्रामीणों से हमें सीख लेकर पर्यावरण को सुधारने का काम किया जाना चाहिए. पेंट माइ सिटी का कंसेप्ट उपायुक्त मुकेश कुमार की है. इस कला का संबंध आदिवासी संस्कृति से जुड़ा है.
उपकुलपति श्री सिन्हा ने कहा कि डेमोक्रेसी को डेमोक्रेसी से बचाने के लिये कोई कानून नहीं है. पर्यावरण को बचाने के लिये लोगों को जागरूक करना होगा. सेमिनार को एसएस डे, भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, सायगल टोपनो, गणेश कुमार सीटू,अधिवक्ता गुलाम जिलानी एवं शंभु कुमार ने संबोधित किया. मौके पर काफी संख्या में लॉ कॉलेज के विद्यार्थी एवं बोकारो लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल शामिल हुए. यह जानकारी अब्दुल कलाम रशीदी ने दी.

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