profilePicture

अनहोनी से बचे 75 बच्चे

हजारीबाग : उत्क्रमित मध्य उर्दू विद्यालय, लाखे सदर और आंगनबाडी केंद्र, लाखे के बच्चे गुरुवार को जहरीला पानी पीने से बच गये. वहीं मध्याह्न भोजन व आंगनबाड़ी केंद्र का पोषाहार बनाने से पहले ही फिनाइल युक्त प्रदूषित पानी का इस्तेमाल ऐन वक्त पर होने से पहले पता चल गया. यदि थोड़ी सी भी चूक होती, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2016 8:51 AM
हजारीबाग : उत्क्रमित मध्य उर्दू विद्यालय, लाखे सदर और आंगनबाडी केंद्र, लाखे के बच्चे गुरुवार को जहरीला पानी पीने से बच गये. वहीं मध्याह्न भोजन व आंगनबाड़ी केंद्र का पोषाहार बनाने से पहले ही फिनाइल युक्त प्रदूषित पानी का इस्तेमाल ऐन वक्त पर होने से पहले पता चल गया. यदि थोड़ी सी भी चूक होती, तो गुरुवार को बड़ा हादसा हो सकता था और संस्थान के लगभग 75 विद्यार्थी प्रभावित हो सकते थे. विद्यालय व आंगनबाड़ी के लिए संयुक्त पानी टंकी में फिनाइल डालने की जांच पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी अलग-अलग कर रहे हैं.
क्या है मामला: शहर से सटे लाखे बगीचा में उत्क्रमित मध्य उर्दू विद्यालय और आंगनबाडी केंद्र है.
इन दोनों संस्थानों के सैकड़ों बच्चों का मध्याह्न भोजन छत पर लगे पानी टंकी के पानी से ही बनता है. गुरुवार की सुबह आठ बजे रसोइया फरीदा खातून ने मध्याह्न भेजन बनाने से पहले पानी को बर्तन में रखा, तो पानी से बदबू व फिनाइल की महक आ रही थी. उसने प्राचार्या समसुन निशा को इसकी जानकारी दी. पानी में जहर होने की सूचना पर स्थानीय मुखिया महेंद्र वैद को बुलाया गया. बीइइओ रामबचन सिंह, मुफस्सिल थाना प्रभारी सुमन कुमार को इसकी जानकारी दी गयी.
थाना प्रभारी ने की जांच: लाखे स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र परिसर में मुफस्सिल थाना प्रभारी सुमन कुमार ने मामले की जांच की. थाना प्रभारी ने बताया कि पानी में फिनाइल मिला हुआ है. परिसर में शराब के बोतल भी इस दौरान मिली.
प्राचार्या समसुन निशा ने कहा कि स्कूल व आंगनबाड़ी की चहारदीवारी नहीं है. शाम होते ही यहां शराबियों व जुआरियों का अड्डा हो जाता है. यहां पानी टंकी में छिपकिली और फिनाइल मिलने के बाद मध्याह्न भोजन इस पानी से नहीं बनाये गये. दूसरे चापानल के पानी से मध्याह्न भोजन बनाकर बच्चों को दिया गया. इसकी सूचना बीइइओ को दी गयी.
इधर, जिला शिक्षा अधीक्षक व बीइइओ नहीं गये स्कूल- गुरूवार शाम पांच बजे तक बीइइओ रामबचन सिंह और जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्रभूषण सिंह लाखे स्कूल पहुंच कर मामले की जांच तक नहीं की, जबकि बीइइओ को सुबह आठ बजे ही पूरी घटना की जानकारी दी गयी. दोनों अधिकारियों ने बताया कि जानकारी मिली है, देखते हैं.

Next Article

Exit mobile version