सत्र न्यायाधीश ने खुद किया दुर्घटनास्थल का निरीक्षण
हजारीबाग : उच्च न्यायालय के अधिवक्ता धर्मेंद्र कुमार की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के मामले में पुलिस की भूमिका पर उच्च न्यायालय ने संज्ञान लिया है. इसकी जांच रिपोर्ट 48 घंटे के अंदर मांगी गयी है. मंगलवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने दुर्घटना स्थल पर जाकर प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की. जिला एवं सत्र […]
हजारीबाग : उच्च न्यायालय के अधिवक्ता धर्मेंद्र कुमार की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के मामले में पुलिस की भूमिका पर उच्च न्यायालय ने संज्ञान लिया है. इसकी जांच रिपोर्ट 48 घंटे के अंदर मांगी गयी है. मंगलवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने दुर्घटना स्थल पर जाकर प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की. जिला एवं सत्र न्यायाधीश के आलावा सीसीआर डीएसपी शहदेव साव, मुफस्सिल थाना प्रभारी सुमन कुमार शामिल थे.
पूछताछ के समय काफी संख्या मे ग्रामीण जमा हो गये. ज्ञात हो कि 21 जनवरी की शाम अधिवक्ता धर्मेंद्र कुमार बाइक से रांची जा रहे थे. इसी दौरान एनएच-33 पर मोरांगी के पास ट्रेलर ने बाइक को चपेट में ले लिया था. इससे अधिवक्ता गंभीर रूप से घायल हो गये थे. संदीप मुखर्जी उर्फ आशिष अधिवक्ता को टेंपो से सदर अस्पताल ले गये थे, जहां अधिवक्ता की मौत हो गयी थी. सूचना पाकर बार एसोसिएशन के अधिवक्ता अस्पताल पहुंचे. सचिव राजकुमार राजू और कुणाल भारद्वाज ने धर्मेंद्र की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेवार ठहराया. आरोप लगाया कि समय पर पुलिस व एंबुलेंस नहीं पहुंची थी.