हिंदी में काम करने पर दिया गया बल

हजारीबाग : केंद्रीय कार्यालयों में राजभाषा के अत्यधिक उपयोग के मुद्दे पर गुरुवार को बीओआइ आंचलिक कार्यालय सभागार में बैठक हुई. मौके पर गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग के उप-निदेशक निर्मल कुमार दुबे ने कहा कि हजारीबाग जिले में 47 केंद्रीय कार्यालय संचालित हैं. राजभाषा कार्यान्वयक विभाग समीक्षा कर रही है कि इन कार्यालयों में शत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2017 9:14 AM
हजारीबाग : केंद्रीय कार्यालयों में राजभाषा के अत्यधिक उपयोग के मुद्दे पर गुरुवार को बीओआइ आंचलिक कार्यालय सभागार में बैठक हुई. मौके पर गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग के उप-निदेशक निर्मल कुमार दुबे ने कहा कि हजारीबाग जिले में 47 केंद्रीय कार्यालय संचालित हैं. राजभाषा कार्यान्वयक विभाग समीक्षा कर रही है कि इन कार्यालयों में शत प्रतिशत हिंदी में कार्य करने के लक्ष्य की क्या स्थिति है. उन्होंने कहा कि हजारीबाग के केंद्रीय कार्यालयों में राजभाषा का उपयोग काफी बढ़ा है. मौके पर प्रोत्साहन के लिए बैंक ऑफ इंडिया को प्रथम पुरस्कार, न्यू इंडिया इंश्योरेंस कार्यालय को द्वितीय पुरस्कार और सीआरपीएफ 22 बटालियन को तृतीय पुरस्कार दिया गया. वहीं डीवीसी भूमि संरक्षण विभाग को सांत्वना पुरस्कार मिला.
बैठक में यह तय हुआ कि अगली बैठक डीवीसी कार्यालय में होगी. प्रत्येक मंगलवार को एलआइसी कार्यालय में अन्य कार्यालय के सदस्य आकर विचार-विमर्श कर सकते हैं. गृह पत्रिकाओं के बीच प्रतियोगिता कराया जायेगा. एलआइसी के वरिष्ठ मंडल प्रबंधक सरोज कुमार सामंत राय ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि राजभाषा विभाग के निर्देशों का पालन सभी कार्यालय बेहतर ढंग से कर रहे हैं. बीओआइ के वीरेंद्र कुमार, एलआइसी के विनय कुमार कुजूर, बीओआइ उप-आंचलिक प्रबंधक रवींद्रनाथ सरकार, डीवीसी निदेशक डॉ संजय कुमार, सीआरपीएफ कमांडेंट मृत्युंजय कुमार, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक रिजनल मैनेजर अभय कुमार, बीएसएफ कमांडेंट समेत अन्य विभागों के वरीय अधिकारियों ने भी राजभाषा के विकास पर विचार रखा.

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