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कटकमदाग, दारू, पदमा प्रखंड हुआ ओडीएफ : डीसी

जिस पंचायतों में सबसे ज्यादा शौचालय बनाये जायेंगे, वहां के मुखिया होंगे सम्मानित केरेडारी, बड़कागांव, ईचाक तथा सदर प्रखंडों को 31 मार्च तक ओडीएफ किया जायेगा हजारीबाग : कटकमदाग, दारू, पदमा प्रखंड खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो गया है. सिर्फ टाटीझरिया में धर्मपुर पंचायत के कुछ घरों में शौचालय का निर्माण कार्य किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2017 9:33 AM
जिस पंचायतों में सबसे ज्यादा शौचालय बनाये जायेंगे, वहां के मुखिया होंगे सम्मानित
केरेडारी, बड़कागांव, ईचाक तथा सदर प्रखंडों को 31 मार्च तक ओडीएफ किया जायेगा
हजारीबाग : कटकमदाग, दारू, पदमा प्रखंड खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो गया है. सिर्फ टाटीझरिया में धर्मपुर पंचायत के कुछ घरों में शौचालय का निर्माण कार्य किया जा रहा है. तीन दिनों के अंदर निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश डीसी रविशंकर शुक्ला ने पंचायत प्रतिनिधियों को बैठक में दिया. डीसी ने कहा कि ओडीएफ हुए प्रखंडों के मुखिया को पुन: निरीक्षण कर सभी घरों में निर्मित शौचालयों के उपयोग से संबंधित प्रतिवेदन मिलने के बाद इसे ओडीएफ माना जायेगा.
सभी मुखियाओं को सहमति पत्र देना होगा. जिन पंचायतों में लाभुकों द्वारा सबसे ज्यादा शौचालय बनाया गया है, उस पंचायत के मुखिया को सम्मानित किया जायेगा. उन्होंने पदमा प्रखंड के मुखिया का अच्छा निर्माण कार्य के लिए ताली बजाकर स्वागत किया. डीसी ने कहा कि केरेडारी, बड़कागांव, ईचाक तथा सदर प्रखंडों को 31 मार्च 2017 तक ओडीएफ करने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत केरेडारी के बरियातु में 428, बेलतु में 810, बेंगवरी में 639, बुंडू में 919, गर्रीकला में 565, कराली में 371, मनातू में 805, पचरा में 905, पाड़ू में 678, पेटो में 538 तथा सलगा में 810 लाभुक हैं. जहां शौचालय निर्माण कार्य करना है. बड़कागांव में बारह हजार, ईचाक में 11500 तथा सदर में लगभग बारह हजार शौचालय का निर्माण कराया जाना है, जिसमें कुछ का निर्माण हुआ है.
महिलाओं ने बीडीओ से शौचालय बनाने की मांग की
बरही. बरही अफीम कोठी व शांति नगर की महिलाएं सोमवार को बरही प्रखंड कार्यालय पर प्रतिरोध दर्ज करने पहुंची. इन महिलाओं को बीडीओ से नाराजगी थी. महिलाओं ने बताया कि बरही बीडीओ ने रविवार को माइक से शांति नगर और अफीम कोठी में एलान करा दिया कि बाहर खुले में जो शौच करते हुए पकड़े जायेंगे, उन्हें दंडित किया जायेगा. हम सभी गरीब महिलाएं हैं.
हमारे घर में शौचालय नहीं है. इस स्थिति में हमलोग शौच के लिए कहां जायेंगे. महिलाओं ने बरही बीडीओ को आवेदन देकर ओडीएफ के तहत शौचालय बनाने की मांग की. मौके पर ममता देवी, आशा देवी, मीना देवी, रिंकू देवी, रूबी देवी, आशा कुमारी, रुकवा देवी, राजो देवी, पिनकी देवी, सुनीता देवी, सरिता देवी, कुंती देवी, सीता देवी सहित अन्य शामिल थीं. क्या कहते हैं बीडीओ : बीडीओ जीतकुमार मुर्मु ने बताया कि प्रशासन की ओर से ऐसा कोई प्रचार नहीं कराया गया है कि खुले में शौच करते पकड़े जाने पर उन्हें दंडित किया जायेगा. शांति नगर में स्वच्छता को लेकर एक नागरिक कमेटी बनी है .उसने ही यह एलान कराया होगा. खुले में शौच नहीं करें और स्वच्छता का ध्यान रखें.

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