महिला आंदोलन पुरुषों के खिलाफ नहीं : डॉ महुआ
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दो दिवसीय कार्यक्रम शुरू हजारीबाग : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन की ओर से दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत मंगलवार को छठ तालाब परिसर में हुई. सभा से पूर्व महिलाओं ने जुलूस निकाला. महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा की गारंटी देने, झारखंड में शराब बंदी लागू करने, अश्लील […]
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दो दिवसीय कार्यक्रम शुरू
हजारीबाग : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन की ओर से दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत मंगलवार को छठ तालाब परिसर में हुई. सभा से पूर्व महिलाओं ने जुलूस निकाला. महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा की गारंटी देने, झारखंड में शराब बंदी लागू करने, अश्लील सिनेमा पर रोक लगाने सहित कई नारे के साथ जुलूस विभिन्न मार्ग से होते हुए सभा स्थल पहुंचा. सभा की अध्यक्षता राज्य कमेटी सदस्य सह हजारीबाग जिला प्रभारी निर्मला शर्मा ने की. राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ महुआ नंदा ने कहा कि दुनिया भर में नारी संघर्ष का गौरवमय इतिहास है.राष्ट्रीय महिला दिवस का अर्थ महिलाओं की राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान दिलाने तथा महिलाओं के संघर्ष को सम्मान देना है.
महिला आंदोलन की दशा और दिशा स्त्रीवादी नहीं होनी चाहिये. महिला आंदोलन का तात्पर्य पुरुषों के खिलाफ नहीं बल्कि पुरुष प्रधान मानसिकता के खिलाफ है. झारखंड राज्य उपाध्यक्ष सोनाका महतो ने कहा कि आजादी के इतने वर्षों के बाद भी नारी मुक्ति की सही अवधारणा नहीं आयी है.महिलाएं उत्पीड़न,छेड़छाड़, दुष्कर्म, ऑनर किलिंग और डायन बता कर हत्या कर देना किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं होती.
जिला प्रभारी निर्मला शर्मा ने कहा कि हजारीबाग में हमने महिला आंदोलन को एक नयी दिशा दी है. कई महिलाओं को उनका अधिकार दिलाया गया. आंदोलन के दम पर ही मानव तस्करी कर रहे गिरोह का पर्दाफाश किया गया.सभा के दौरान संगीत मंडली द्वारा जनवादी गीत प्रस्तुत किया गया. इस मौके पर उमा देवी, कविलासा देवी, रिद्धिमा राणा, कविता देवी, सुनीता देवी, सोनावती देवी, विष्णु देवी,अनीता देवी, रीता देवी के अलावा सैकड़ों महिलाएं मौजूद थीं.