डाककर्मियों की हड़ताल से विभागीय कार्य प्रभावित
हजारीबाग : केंद्र सरकार से अपनी मांगों को लेकर जिले के डाक कर्मचारी गुरुवार को आहूत देशव्यापी हड़ताल में शामिल हुए. प्रधान डाकघर के सामने डाककर्मी हड़ताल पर बैठे. हड़ताल के कारण डाक घरों में कामकाज बंद रहा. कर्मचारियों ने सरकार के समक्ष 21 सूत्री मांग रखी है. इसमें मोदी सरकार के पर वादाखिलाफी का […]
हजारीबाग : केंद्र सरकार से अपनी मांगों को लेकर जिले के डाक कर्मचारी गुरुवार को आहूत देशव्यापी हड़ताल में शामिल हुए. प्रधान डाकघर के सामने डाककर्मी हड़ताल पर बैठे. हड़ताल के कारण डाक घरों में कामकाज बंद रहा. कर्मचारियों ने सरकार के समक्ष 21 सूत्री मांग रखी है.
इसमें मोदी सरकार के पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया गया. डाककर्मी संघ के जिलाध्यक्ष शिवकुमार सिंह एवं सचिव रजनीश कुमार ने बताया कि 11 जुलाई 2016 को सरकार ने चार मंत्रियों की एक कमेटी बनायी थी. इसमें अरुण जेटली, सुरेश प्रभु व मनोहर पर्रिकर शामिल थे. लेकिन सरकार ने हमारी किसी भी मांग पर विचार नहीं किया. उन्होंने कहा कि देशव्यापी हड़ताल से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. डाक से जुड़े जनता के कार्य नहीं हुए. हड़ताल को सफल बनाने में एके वर्मा, प्रकाश मिस्त्री, यूके विश्वकर्मा, अमरजीत कुमार, रोशन कुमार सिंह, अमरेंद्र कुमार वर्मा, बंगाली प्रसाद मेहता, ललन प्रसाद गुप्ता, नवीन कुमार पांडेय, अशोक सिंह, विनोद कुमार, सिकंदर कुमार, लोकनाथ नायक समेत सैकड़ों डाक कर्मचारी शामिल हुए.
क्या हैं मांगें: एनपीएस को बदल कर पुराना पेंशन योजना लागू हो, जीडीएस कमेटी की सिफारिशों को लागू करें, बढ़ते संविदा, ठेकेदारीकरण पर रोक लगे, समान कार्य के लिए समान वेतन एवं स्थायी कार्य के लिए स्थायी भरती हो, अनुकंपा पर नियुक्ति, बोनस एवं भविष्य निधि की सभी पात्रता को समेत समेत अन्य मांगें शामिल हैं.