दिव्यांग बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ें: डीइओ
हजारीबाग : समावेशी शिक्षा उन्मुखीकरण कार्यक्रम के तहत उवि के प्राचार्य, शिक्षकों एवं अभिभावकों का पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण गुरुवार को सरकारी शिक्षण-प्रशिक्षण महाविद्यालय में शुरू हुआ. कार्यक्रम का उदघाटन जिला शिक्षा अधिकारी सरिता दादेल ने किया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के 113 उवि के प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं अभिभावक भाग ले रहे हैं. इनमें वर्ग […]
हजारीबाग : समावेशी शिक्षा उन्मुखीकरण कार्यक्रम के तहत उवि के प्राचार्य, शिक्षकों एवं अभिभावकों का पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण गुरुवार को सरकारी शिक्षण-प्रशिक्षण महाविद्यालय में शुरू हुआ. कार्यक्रम का उदघाटन जिला शिक्षा अधिकारी सरिता दादेल ने किया.
प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के 113 उवि के प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं अभिभावक भाग ले रहे हैं. इनमें वर्ग नौ एवं 10 के बच्चों को शामिल किया गया है. डीइओ ने प्रशिक्षण में कहा कि हमें प्रत्येक दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का संकल्प लेना होगा. स्कूल से दूर रहनेवाले सभी दिव्यांग बच्चों की पहचान करना होगा और उन्हें स्कूल से जोड़ना होगा.
दिव्यांग बच्चों के साथ भेदभाव ने हो, इसका हमें विशेष ख्याल रखना होगा. डीइओ ने कहा कि प्रशिक्षण लेने के बाद प्रशिणार्थी अपने-अपने क्षेत्रों में समावेशी शिक्षा उन्मुखीकरण कार्यक्रम को बढ़ावा देंगे. प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर के रूप में शिक्षक मो नौशाद, मो नसीम, विनोद साव एवं शंकर दूबे हैं. प्रशिक्षण कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य एसके घोष, झारखंड शिक्षा परियोजना की मीतू सिन्हा, वंदना श्रीवास्तव समेत बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे.