सचेत नहीं हुए, तो जल विश्वयुद्ध

हजारीबाग : आइसेक्ट विश्वविद्यालय, मटवारी में अंतरराष्ट्रीय जल दिवस के मौके पर बुधवार को जल संचय, जल के महत्व और जल समस्या पर सेमिनार का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि आइसेक्ट विवि के कुलपति डॉ आरएन यादव, विभावि कुलपति प्रो गुरदीप सिंह, डॉ सीबी रमन विवि के कुलपति डॉ आरपी दुबे, पूर्व कुलपति बीके वर्मा, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2017 7:40 AM
हजारीबाग : आइसेक्ट विश्वविद्यालय, मटवारी में अंतरराष्ट्रीय जल दिवस के मौके पर बुधवार को जल संचय, जल के महत्व और जल समस्या पर सेमिनार का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि आइसेक्ट विवि के कुलपति डॉ आरएन यादव, विभावि कुलपति प्रो गुरदीप सिंह, डॉ सीबी रमन विवि के कुलपति डॉ आरपी दुबे, पूर्व कुलपति बीके वर्मा, सीएसआइ के उप-निदेशक डॉ एम सुंदर राजन, आइसेक्ट विवि हजारीबाग के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. मौके पर आइसेक्ट विवि के कुलपति डॉ आरएन यादव ने कहा कि सेमिनार के माध्यम से विद्यार्थियों को जल स्त्रोत और महत्व के बारे में जानने का अवसर प्राप्त हुआ है. आज जल समस्या पूरे विश्व में गंभीर है. इस समस्या का निदान एक पूरे विश्व समुदाय को मिल कर करना होगा. जल के महत्व के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है. यदि हम सचेत नहीं हुए, तो अगला विश्व युद्ध जल को लेकर ही होगा.
विभावि कुलपति प्रो गुरदीप सिंह ने कहा कि वर्तमान में जो स्थिति जल की है, वह चिंतनीय है. हम सब की जिम्मेदारी है कि जल का आवश्यकतानुसार उपयोग करें और दुरुपयोग को रोकें. यदि हमने इस पर समय रहते विचार नहीं किया, तो भविष्य की स्थिति दयनीय हो जायेगी.
कुलपति डॉ आरपी दूबे ने कहा कि सेमिनार से जल समस्या पर जागरूकता का माहौल बनेगा. जिस तरह से हम जल का दुरुपयोग कर रहे हैं, वह एक बहुत बड़ी समस्या का रूप ले रहा है.
आज व भविष्य के लिए जरूरी है कि विद्यार्थी इस विषय पर शोध करें. पूर्व कुलपति डॉ वीके वर्मा ने कहा कि जल समस्या को दूर करने के लिये विभिन्न कारकों का पूर्व में प्रयोग किया गया है, लेकिन वे सब नाकाफी रहे. जिस तरह से जलवायु परिवर्तन हो रहा है एवं जल का दुरुपयोग हो रहा है, भविष्य में यह विलुप्त न हो जाये. सीएसआइ के उप-निदेशक डॉ एम सुंदर राजन ने तार्किक व गणितीय भाषा में साधनों एवं उसके उपयोग को समझाया. आइसेक्ट के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने कहा कि सेमिनार का मुख्य उद्देश्य जल संचय, जल के महत्व और जल समस्या के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक करना है, तभी यहां से निकले विद्यार्थी शहर और गांव के लोगों को भी जागरूक कर सकेंगे. मौके पर काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version