भाईचारे के साथ मनायें सरहुल
हजारीबाग : प्राकृतिक पर्व सरहुल की पूर्व संध्या पर बुधवार को नगर भवन में आदिवासी सरना समिति की ओर से शानदार सांस्कृति कार्यक्रम हुआ. इसमें जिले भर के विभिन्न प्रखंडों से आये आदिवासी समुदाय के महिला, पुरुष, बच्चे, युवा एवं युवतियों ने पारंपरिक गीत व नृत्य प्रस्तुत किया. कार्यक्रम के दौरान सरना समिति के संस्थापक […]
हजारीबाग : प्राकृतिक पर्व सरहुल की पूर्व संध्या पर बुधवार को नगर भवन में आदिवासी सरना समिति की ओर से शानदार सांस्कृति कार्यक्रम हुआ. इसमें जिले भर के विभिन्न प्रखंडों से आये आदिवासी समुदाय के महिला, पुरुष, बच्चे, युवा एवं युवतियों ने पारंपरिक गीत व नृत्य प्रस्तुत किया. कार्यक्रम के दौरान सरना समिति के संस्थापक स्व सहय उरांव को समाज एवं प्रशासन की ओर से श्रद्धांजलि दी गयी. इस मौके पर डीसी रविशंकर शुक्ला ने कहा कि सरहुल एक पवित्र त्योहार है. इसे भाईचारे एवं शांतिपूर्ण तरीके से मनाएं. प्रारंभ से ही यह त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है.
डीआइजी भीमसेन टूटी ने कहा कि यह त्योहार सभी के लिए अनुकरणीय है. यह प्रकृति के प्रति मानव प्रेम को दर्शाता है. असंतुलित होते पर्यावरण को बचाना हम सभी का दायित्व है. सरहुल पर्व यही संदेश हमें देता है. उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त कुरीतयों को शिक्षा से दूर किया जा सकता है. शराब का सेवन, भूत,डायन जैसे अंधिवश्वास से समाज को मुक्त करने की दिशा में पहल करनी चाहिये़
एसपी अनूप बिरथरे ने कहा कि यह पवित्र महीना है. पवित्र त्योहार है. जो करना चाहते हैं उसे करके दिखाएं. सरहुल प्रकृति का त्योहार है. इसकी रक्षा सब मिलजुल कर करें. इससे मानव का कल्याण होगा.
मौके पर ग्राम प्रधान मांडी हडाम, मुंडा मानिकी, पाहन ने इन्हें समुदाय की ओर से सम्मानित किया.अध्यक्ष महेंद्र बेग, सचिव मनोज एक्का, उपाध्यक्ष रमेश हेम्ब्रोम, राजकुमार मिंज,कोषाध्यक्ष संजय टोप्पो, उप सचिव जीतवाहन भगत, प्रवक्ता विमल बिरूआ, संरक्षक महेश तिग्गा, बंधन एक्का, दिलीप एक्का, बंधन टोप्पो, अमृतलाल बेदिया,अजय टोप्पो, नरेश मुंडा, संदीप उरांव, शिल्पा तिर्की, मनोज टुड, आकाश टुडू, मोहन सोरेन, राजाराम मुर्मू, महेश मुर्मू समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे.