आदिवासी संस्कृति को खत्म करने की चल रही है साजिश

हजारीबाग : आदिवासी सेंगेल अभियान का प्रमंडलीय सम्मेलन मंगलवार को नगर भगन में हुआ. अध्यक्षता अभियान के केंद्रीय व पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने की. इसमें हजारीबाग के अलावे रामगढ,कोडरमा व बोकारो जिले के कार्यकर्ता काफी संख्या में शामिल हुए.सालखन मुर्मू ने कहा कि झारखंड में आदिवासी संस्कृति को खत्म करने की साजिश चल रही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2017 8:31 AM
हजारीबाग : आदिवासी सेंगेल अभियान का प्रमंडलीय सम्मेलन मंगलवार को नगर भगन में हुआ. अध्यक्षता अभियान के केंद्रीय व पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने की. इसमें हजारीबाग के अलावे रामगढ,कोडरमा व बोकारो जिले के कार्यकर्ता काफी संख्या में शामिल हुए.सालखन मुर्मू ने कहा कि झारखंड में आदिवासी संस्कृति को खत्म करने की साजिश चल रही है.
सीएनटी,एसपीटी एक्ट में संशोधन इसी साजिश का नतीजा है. झारखंड के आदिवासी अब भी नहीं जागे तो आनेवाले दिन और भी भयावह होगा. राज्य की सरकार आदिवासियों की जमीन और जंगल जबरन लूट कर उद्योगपतियों को दी रही है
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जंगल नहीं बचा तो आदिवासी संस्कृति नहीं बचेगी.उन्होंने कहा कि आदिवासी के वोट से जीत कर 28 विधायक विधानसभा पहुंचे हैं. सरकार की आदिवासी विरोधी नीतियों के खिलाफ ये विधायक आवाज नहीं उठा रहे है.
यदि ये विधायक सीएनटी,एसपटी एक्ट के संशोधन का विरोध नहीं करते तो वह अपने पद से सामूहिक इस्तीफा दें.पूर्व मंत्री थियोडर किडो, पूर्व आइजी डॉ अरूण उरांव, सुमित्रा मुर्मू ने भी ने अपने विचार रखे. कार्यशाला में विनोद कुमार, महेश तिग्गा, वीरेंद्र कुमार, महेश हेम्ब्रोम, सरोज लकडा, विमल बिरूआ, विवेक वाल्मीकि, आकाश ट्रुडू, रवि तिग्गा, चितरंजन किसफोटा, स्वेता सोरेन, बाबूभाई विद्रोही, कपिल महतो, रीतलाल उरांव, राजकुमार मिंज समेत काफी संख्या में मौजूद थे.

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