नाट्य प्रस्तुति कर विद्यार्थियों ने मोहा मन

हजारीबाग : डीएवी पब्लिक स्कूल, हजारीबाग में शुक्रवार को सिल्वर जुबली वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त दिनेशचंद्र मिश्रा, सक्सेस गुरु एके मिश्रा व एसडीओ शशिरंजन ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विभावि के कुलपति डॉ गुरदीप सिंह ने की. स्वागत भाषण में राष्ट्रपति पुरस्कार से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2017 8:29 AM
हजारीबाग : डीएवी पब्लिक स्कूल, हजारीबाग में शुक्रवार को सिल्वर जुबली वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त दिनेशचंद्र मिश्रा, सक्सेस गुरु एके मिश्रा व एसडीओ शशिरंजन ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विभावि के कुलपति डॉ गुरदीप सिंह ने की.
स्वागत भाषण में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित प्राचार्य अशोक कुमार ने कहा कि अपनी स्थापना के 25वें वर्ष पूरे होने पर स्कूल छात्र-छात्राओं को सम्मानित कर गौरवांवित महसूस कर रहा है. यहां से पढ़ कर निकले विद्यार्थियों ने देश-विदेश में प्रशासन, प्रबंधन, तकनीकी क्षेत्र, मेडिकल, मीडिया, फैशन डिजाइनिंग, सिनेमा एवं लेखन के क्षेत्र में अपनी पहचान बनायी है. सभी लोगों के सहयोग एवं मार्गदर्शन से स्कूल ने अग्रणी जगह बनायी है. राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान प्रदर्शनी, खेलकूद एवं पढ़ाई के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है.
छात्र पीयूष अग्रवाल का दो-दो बार विज्ञान प्रदर्शनी में राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कृत होना. रविरंजन, पूजा रानी, पुरुषोत्तम सिंह, रविशंकर सहित दर्जनों छात्र-छात्राओं का प्रशासनिक सेवा में चयनित होना. प्रबंधन एवं मीडिया के क्षेत्र में सृष्टि एवं नेहा उपाध्याय का विशेष पहचान बनाने, जैसी उपलब्धियां अभिभावकों के भरपूर सहयोग एवं समर्पण से संभव हो पाया है. प्राचार्य ने मुख्य अतिथि सहित सभी सम्मानित सदस्यों का स्वागत किया.
मुख्य वक्ता सक्सेस गुरु एके मिश्रा ने विद्यार्थियों को कहा कि आप हमेशा आगे जाने के रास्ते ढूंढें. जिनके मन में आगे बढ़ने की चाह नहीं, उसका कैरियर अंतिम अवस्था में है. याद रखें, जो मेहनत करने से या चुनौती का सामना करने से डरते हैं. वे परिवर्तन से भी कतराते हैं.
हमें रूकावट के रूप में आनेवाले अवसरों की पहचान कर खुले दिल से उसका स्वागत करना चाहिए. दूसरों को दिखाने के लिए पढ़ाई न करें. जब आप पढ़ाई दिखाने के लिए करते हैं, तो उसमें आप मन से नहीं लगते. आपका उद्देश्य वास्तव में कुछ पाना नहीं. वाकई कुछ पाना है, तो आपकी आंखें, आपका प्रयास अर्जुन की तरह सिर्फ लक्ष्य पर होना चाहिए.
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम
कार्यक्रम में जूनियर एवं सीनियर शाखा के कलाकारों की ओर से नृत्य, संगीत एवं नाटकों की प्रस्तुति की गयी. कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गान एवं वैदिक मंत्रों पर आधारित भाव नृत्य के साथ हुआ. डॉ बलदेव पांडेय द्वारा लिखित एवं भाषा मिश्रा द्वारा निर्देशित कर्मयोगी महात्मा हंसराज नाटक में स्वराज, रुद्र, अदिति एवं आदित्य ने जोरदार अभिनय किया.
जूनियर शाखा के बच्चों ने प्रस्तुत महारास, सेव गल्स चाइल्ड, टेप डांस, कुछ काम करना है को लोगों ने खूब सराहा. भोजपुरी डांस एवं मैकबेथ के मंचन ने पूर्वी एवं पश्चिमी संस्कृति के रूप को साकार कर दिया. मौके पर आरएन झा, एम रजिउद्दीन, विनय मिश्रा, रीमा मिश्रा, टीपू जैन, शिवदयाल सिंह, राजेश कुमार, महावीर लाल विश्वकर्मा, विपिन कुमार, राजेश कुमार, अभय कुमार, तरुण मिश्रा, निकिता कुमारी, अमित गुप्ता, मो शमीम, एचके सिंह, एमके मिश्रा, भैया अभिनव कुमार, आरके सिंह, विवेकानंद, दीपक वर्मा, शिवाशिष दिनेश खंडेलवाल, घनश्याम तिवारी, संजय कुमार सिंह, विनोद साहू, सुबोध मिश्रा, डॉ माया कुमारी, अनीता यादव, विभूतिभूषण नायक, संपा श्रीवास्तव, विनीता राणा, पंपा दत्ता, सुषमा मिश्रा, कविता सिन्हा, कविता पाण्डेय, एनएस साह, पी तिवारी, केके सिंह, तरुण जैन, किरण मिश्रा, सी दास, उमेश गुप्ता, बीके दुबे, आरडी शर्मा, कर्नैल सिंह, पवन कुमार सैनी, अनिल कुमार गुप्ता, राजेश कुमार पासवान, निर्मल महतो, अरविंद कुमार सिंह, चमेली देवी के अलावा सैंकडों की संख्या में अभिभावक उपस्थित थे.

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