शहर में पानी के लिए हाहाकार

हजारीबाग : शहर में पेयजल की व्यवस्था चरमरा गयी है. शहर की कई डीप बोरिंग खराब हो गयी है. वहीं नलों व टंकी की स्थिति खराब है. वर्षों से पानी की टंकी से एक बूंद पानी नहीं निकला है. पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. लोगों को पानी की परेशानी न हो, इसे देखते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2017 9:38 AM
हजारीबाग : शहर में पेयजल की व्यवस्था चरमरा गयी है. शहर की कई डीप बोरिंग खराब हो गयी है. वहीं नलों व टंकी की स्थिति खराब है. वर्षों से पानी की टंकी से एक बूंद पानी नहीं निकला है. पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. लोगों को पानी की परेशानी न हो, इसे देखते हुए शहर में जगह-जगह पर डीप बोरिंग करायी गयी थी. उसी स्थल पर एक टंकी बना दी गयी है. डीप बोरिंग से टंकी में पानी भरने के बाद 24 घंटे लोगों को पानी की सुविधा मिले, इसे देखते हुए काम हुआ था, लेकिन अधिकांश डीप बोरिंग के खराब नहीं होने पर लोगों को पानी की सुविधा नहीं मिल पा रही है.
मोटर खराब, परेशानी: खिरगांव स्थित साव मुहल्ला, अर्जुन ठाकुर चौक की डीप बोरिंग व पेयजल व्यवस्था वर्षों से खराब है. डीप बोरिंग का मोटर खराब है, इस कारण टंकी में पानी नहीं चढ़ रहा है. मुहल्ले के राजेंद्र प्रसाद, लालकिशोर ने कहा कि डीप बोरिंग को बनवाने के लिए नगर पर्षद, पेयजल विभाग, विधायक और सांसद से मांग की गयी, लेकिन गंभीरता नहीं बरती गयी. मुहल्ले के लोगों को पेयजल के लिए काफी जद्दोजहद करना पड़ रहा है. पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है.
नहीं हुई मरम्मत की व्यवस्था: खिरगांव मसजिद रोड में डीप बोरिंग मोटर भी वर्षों से खराब है. मुहल्ले के लोग वार्ड पार्षद से लेकर जनप्रतिनिधियों तक गुहार लगा चुके हैं. छेदी साव ने कहा कि सरकार लाखों रुपये खर्च कर टंकी बनवाती है और डीप बोरिंग कराती है, लेकिन खराब होने पर मरम्मत की व्यवस्था नहीं की जाती है. अमीन को इस बात की नाराजगी है कि स्थानीय लोगों ने अपनी जमीन पर टंकी बनवायी. जमीन भी गयी और पानी भी नहीं मिल रहा है.
रोज लगती है कतार
डॉ जाकिर हुसैन नाला के पास डीप बोरिंग मशीन वर्षों से खराब है. लोग पेयजल शहरी सप्लाई पाइप लाइन के नल पर निर्भर हैं. आधी रात से लोग पानी लेने के लिए लाइन में खड़े रहते हैं. नल खुलने का इंतजार करते अहले सुबह से हो जाता है.
योजना से लाभ नहीं: खिरगांव सिरका रोड बेलाही तालाब के पास पानी की टंकी व डीप बोरिंग मशीन खराब है. भाजपा के कई नेताओं और इस मुहल्ले के कार्यालयों व राजनेताओं पर समय-समय पर ठीक कराने के लिए दबाव बनाया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.

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