झारखंड 23 साल बाद भी शोषण से मुक्त नहीं : जयराम
गोरहर बाजारटांड़ मैदान में जेबीकेएसएस की ओर से बदलाव संकल्प सभा हुई.
गोरहर बाजारटांड़ मैदान में जेबीकेएसएस की बदलाव संकल्प सभा
बरकट्ठा.
गोरहर बाजारटांड़ मैदान में जेबीकेएसएस की ओर से बदलाव संकल्प सभा हुई. अध्यक्षता देवचन्द महतो ने की. संचालन प्रदीप महतो ने किया. मुख्य अतिथि जेएलकेएम के सुप्रीमो टाइगर जयराम महतो, केंद्रीय संगठन मंत्री महेंद्र प्रसाद, संजय मेहता, इचाक के गौतम कुमार, जिप सदस्य प्रतिनिधि सीके पांडेय थे. सभा की शुरुआत अतिथियों ने झारखंड के वीर क्रांतिकारियों को नमन कर किया. जयराम महतो ने कहा कि झारखंड में बदलाव की जरूरत है. झारखंड राज्य निर्माण के 23 साल बाद भी आज शोषण से मुक्त नहीं हुआ. झारखंड के नौकरशाह ने राज्य को सिर्फ लूटने का काम किया है. संजय मेहता ने कहा कि झारखंड की स्थानीय नीति, नियोजन नीति, पुनर्वास नीति में कोई स्पष्टता नहीं है. झारखंडी की पहचान आज तक परिभाषित नहीं हो पायी है. स्थानीय नीति को झारखंडी भावनाओं के अनुरूप परिभाषित करने की जरूरत है.बिहार की तर्ज पर नियोजन की प्रक्रिया शुरू हो :
महेंद्र प्रसाद ने कहा कि झारखंड में भी बिहार की तरह नियोजन नीति लागू हो. बिहार पुनर्गठन अधिनियम 2000 की उपधारा 85 के तहत झारखंड सरकार के पास यह हक है कि संयुक्त बिहार के समय का कोई भी अधिनियम, संकल्प या गजट को अंगीकृत कर सकते हैं. इसी के तहत 1982 की नियोजन नीति को अंगीकृत कर बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी नियोजन की प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए. मौके पर पंसस लखन महतो, वार्ड सदस्य कुंजलाल महतो, कौलेश्वर महतो, विनोद पासवान, राकेश महतो, प्रदीप महतो, देवचंद महतो, रामटहल महतो, थानू महतो, रामू महतो, किशोर महतो, सहदेव महतो, छोटन कोल, बैजनाथ महतो, भागीरथ महतो, खेमलाल महतो, प्रेमचंद महतो, कुंती कुमारी, धीरेंद्र महतो, अशोक महतो, राजेंद्र महतो, दीपक पासवान, छोटन महतो, रमेश महतो समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है