विष्णुगढ़.
झारखंड मैरेज गार्डन में शनिवार को सामुदायिक वन अधिकार व व्यक्तिगत वन अधिकार पर महासभा सम्मेलन हुआ. कार्यक्रम का आयोजन महा ग्रामसभा टाटीझरिया, राष्ट्रीय समन्वय सामूहिक वन अधिकार और गौण वन उपज द्वारा किया गया. मुख्य अतिथि महाराष्ट्र के केंद्रीय संयोजक राष्ट्रीय समन्वय सामूहिक वन अधिकार व गोण वन उपज दिलीप गोडे शामिल हुए. उन्होंने कहा कि जिस राज्य में आदिवासी अधिक है वहां अधिकार का गति धीमा है. आदिवासी की अधिक संख्या वाला राज्य झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ है. यह राज्य प्राकृतिक संसाधन का राजा होते हुए आदिवासियों के पास पैसा नहीं है. उन्होंने कहा की परिवर्तन का माहौल खड़ा करें. डॉ किशोरी मोधे, राजीव, रूपचंद, गुणवंत वैद्य ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया. मौके पर विनोद बिहारी महतो, कैलाश महतो, संतोष भुइया, चेतलाल महतो, राजाराम बेसरा, गीता सोरेन, गोविंद महतो, नरेश साव, नीलकंठ महतो, जितेंद्र भास्कर, द्वारका टुडू, बंधु पटेल, हीरामन महतो, कुजलाल महतो समेत अन्य लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है