ग्रामीणों ने पुनर्वास कॉलोनी के निर्माण के लिए दी सहमति

गोंदलपुरा खनन परियोजना के तहत बनने वाले पुनर्वास कॉलोनी निर्माण के लिए शनिवार को चंदौल स्थित पंचायत भवन में मुखिया प्रतिनिधि सनित कुमार महतो की अध्यक्षता में ग्रामसभा हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | August 10, 2024 5:15 PM

गोंदुलपारा खनन परियोजना

बड़कागांव.

गोंदलपुरा खनन परियोजना के तहत बनने वाले पुनर्वास कॉलोनी निर्माण के लिए शनिवार को चंदौल स्थित पंचायत भवन में मुखिया प्रतिनिधि सनित कुमार महतो की अध्यक्षता में ग्रामसभा हुई. यह खनन परियोजना अदाणी इंटरप्राइजेज को आवंटित है. बड़कागांव के अंचल अधिकारी बालेश्वर राम की मौजूदगी में क्रेडल एजेंसी के सलाहकारों ने ग्रामीणों को सामाजिक प्रभाव मूल्यांकन की रिपोर्ट विस्तार से बताया. अधिकारियों ने कहा कि कोयला खनन परियोजना से होने वाले भू-अर्जन के कारण जो परिवार विस्थापित होंगे, उनके पुनर्वास के लिए चंदौल गांव में 161.99 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है. यह योजना भूमि अर्जन और पुनर्वासन में उचित प्रतिकार और पारदर्शिता अधिकार अधिनियम 2013 की धारा चार के प्रावधानों के अधीन है. इससे संबंधित अध्ययन रिपोर्ट को ग्रामसभा के दौरान पटल पर रखा गया. ग्रामीणों ने इस पुनर्वास कॉलोनी के बनने का समर्थन किया. 14 सूत्री मांग पत्र को पढ़कर अधिकारियों को सौंपा. अंचलाधिकारी ने बताया कि पुनर्वास कॉलोनी निर्माण के लिए ग्रामसभा का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. मौके पर उपमुखिया मो शमशेर अंसारी, पंचायत सदस्य प्रतिनिधि सुरेश चौधरी समेत अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे.

परियोजना शुरू होने से रोजगार के मिलेंगे अवसर :

खान विभाग के अधिकारियों के अनुसार अदाणी इंटरप्राइजेज के गोंदुलपारा खनन परियोजना के शुरू होने से राज्य सरकार को करीब छह सौ करोड़ रुपये का सालाना राजस्व मिलेगा, जिससे यहां का अर्थतंत्र मजबूत होगा. इसके अलावा हजारीबाग जिले में पांच से दस हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. कोयला खनन शुरू होने से अवैध कोयले की तस्करी पर लगाम लगेगी. इससे सरकार को राजस्व में फायदा मिलेगा. जनहित के कार्यक्रमों में तेजी आयेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version