बेटा का जन्म भाग्य से और बेटी का जन्म सौभाग्य से होता है : रामानुज शास्त्री
अलपीटो पंचायत के हेठली बोदरा गांव में एकादशी उद्यापन
विष्णुगढ़. प्रखंड की अलपीटो पंचायत के हेठली बोदरा गांव में एकादशी उद्यापन को लेकर अयोध्या के कथावाचक पंडित रामानुज शास्त्री शामिल हुए. रामानुज शास्त्री ने शिव-पार्वती विवाह के पश्चात बेटी विदाई प्रसंग का व्याख्यान करते हुए कहा कि बेटा का जन्म भाग्य से होता है, परंतु बेटी का जन्म सौभाग्य से होता है. जिस माता-पिता का सौभाग्य होता है, उसी के घर बेटी जन्म लेती है. बेटी की विदाई के समय माता-पिता का मानों कलेजा फट जाता है. शादी के बाद माता-पिता बहुत ही भारी मन से अपनी बेटी को विदाई देते हैं. कहा कि माता-पिता के दिल की टुकड़ा बेटी होती है. ससुराल में परिवार और परिवार का संस्कार अच्छा मिले, तो बेटी हंसी-खुशी के साथ रहती है. लेकिन परिवार का संस्कार अच्छा नहीं मिले, तो बेटियों को प्रताड़ित किया जाता है. पंडित श्री शास्त्री ने कहा दुल्हन के रुप में किसी की बेटी जब घर आती है, तब उसे प्रताड़ित नहीं करना चाहिए. वाराणसी से आये राकेश शास्त्री द्वारा पूजा पाठ किया गया. प्रवचन सुनने के लिए गांव के ग्रामीण काफी संख्या में शामिल हो रहे हैं.
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