हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो के 53 मजदूर मलेशिया में फंसे
हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो जिले के लगभग 53 मजदूर मलेशिया में फंसे हैं.
चार माह से मजदूरों को नहीं दिया जा रहा वेतन
तबीयत खराब होने पर इलाज में की जा रही लापरवाही
हजारीबाग.
हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो जिले के लगभग 53 मजदूर मलेशिया में फंसे हैं. इन मजदूरों के वतन वापसी को लेकर झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के केंद्रीय संगठन मंत्री माटी पटेल ने राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष श्रम विभाग, रांची को पत्र लिखा है. इसमें कहा कि तीन जिलों के लगभग 53 मजदूर ग्लोबल विंग्स मेन पावर सर्विस कंपनी के माध्यम से लीड मास्टर इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन एडीएन बीएचडी मलेशिया काम करने गये थे. चार माह से मजदूरों को वेतन नहीं दिया जा रहा है. जरूरी सुविधाएं मुहैया नहीं करायी जा रही है. तबीयत खराब होने पर इलाज में लापरवाही बरती जा रही है. मजदूरों ने झारखंड सरकार से वतन वापसी और चार माह का बकाया रुपये दिलाने की मांग की. जिले के विष्णुगढ़ के चलनिया से योगेंद्र यादव, सुअरमारा से रोहित महतो, अलखरी से सुरेंद्र मांझी, हरिलाल महतो, फाराचांच से अर्जुन तुरी, गाेविंदपुर से खुशीलाल महतो, मुरागांवो से जितेंद्र महतो, खरकी से सोहन मरांडी, नागी से सेवाचंद महतो, टाटीझरिया से रोहित कुमार, विनोद महतो, सुखदेव महतो, दिनेश्वर महतो, हुलास कुमार महतो, तिलेश्वर कुमार, दशरथ तुरी, उमेश महतो, बुधन महतो, ईश्वर महतो, कैलाश महतो, बेडम से मुकेश महतो, होलंग से प्रेम महतो, रवि कुमार, बनहे से सुरेश बेसरा, टुटकी से सुरेश बेसरा सहित अन्य मजदूर शामिल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है