हजारीबाग.
विभावि और कॉलेज की प्रशासनिक कार्यशैली से विभावि शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के सदस्य नाराज हैं. शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के एसीपी और एमएसीपी लागू करने के मामले को लेकर विभावि में इस फ़ाइल की गतिविधि को उजागर किया है. शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ का कहना है कि विभावि प्रशासन व कॉलेज प्रशासन शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की समस्याओं को निपटाने में गंभीर नहीं है. संघ के अध्यक्ष संजीत पासवान ने बताया कि महासंघ विभावि व कॉलेज प्रशासन की कार्यशैली की घोर निंदा करता है. संघ के अध्यक्ष ने कहा है कि एक सप्ताह के अंदर उच्च शिक्षा निदेशालय के पत्र पर कार्रवाई कर ज़वाब उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग नहीं भेजती है तो महासंघ ऐसे पदाधिकारियों पर व्यक्तिगत रूप से मुकदमा करेगी. उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के पत्र द्वारा विभावि से एसीपी व एमएसीपी के अधिभार पर छह बिंदु में सुधार करते हुए सात कार्य दिवस में प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा था. इस पत्र को विभावि ने 20 जून को कॉलेज में भेजा है. अब यह पत्र कॉलेज प्रशासन के पास हैं. जो अभी तक विभावि को नही लौटाया गया है. दो महीना बित गया है लेकिन अभी तक प्रस्ताव उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग नही पहुचा हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है