छह दिन के अंदर डॉक्टरों पर दूसरा हमला
हजारीबाग.
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीज के इलाज के दौरान हुई मौत के बाद परिजनों ने प्रसूति वार्ड में जमकर तोड़-फोड़ की. घटना 20 अगस्त की रात की है. तोड़-फोड़ में अस्पताल में लगे मॉनिटर को परिजनों ने जमीन पर पटक कर तोड़ दिया. इस मशीन का उपयोग गंभीर रूप से बीमार मरीज को ऑक्सीजन लेबल, हार्टबिट सहित अन्य जांच के लिए की जाती है. घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टर वार्ड छोड़कर भाग गए. इस घटना की सूचना मिलते ही सदर पुलिस मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची और स्थिति को सामान्य किया.क्या है घटना :
चतरा की गर्भवती महिला भारती कुमारी प्रसव के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 20 अगस्त को प्रसव कक्ष में भर्ती हुई थी. चिकित्सकों ने बताया कि मरीज के शरीर में खून की मात्रा कम है. खून चढ़ाने की सलाह दी. सीजेरियन के बाद बच्चे का जन्म हुआ. खून की कमी की वजह से मरीज की हालत बिगड़ने लगी. चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया. इसी दौरान महिला की मौत हो गयी. मरीज की मौत के बाद 40-50 की संख्या में परिजन पहुंचकर अस्पताल में हंगामा करने लगे. हंगामा कर रहे परिजन महिला चिकित्सक को खोजने लगे. वार्ड के नर्सों के साथ बदतमीजी भी की. आक्रोशित भीड़ को देखकर डॉक्टर वार्ड छोड़कर भाग गए.छह दिन के अंदर स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला की दूसरी घटना :
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले छह दिनों के अंदर स्वास्थ्य कर्मियों और चिकित्सकों पर हमले की दूसरी घटना है. 16 अगस्त को भी चिकित्सक पर मरीज के परिजनों ने हमला किया था. इसके बाद चिकित्सकों ने ओपीडी सहित अस्पताल की इमरजेंसी सेवा बंद कर दी थी. अस्पताल अधीक्षक बिनोद कुमार ने कहा कि इस घटना की सूचना सदर थाना को रात में ही दी गयी. महिला चिकित्सक के आवेदन के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. सदर एसडीओ से भी अस्पताल को चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है