शहर के सर्किट हाउस स्थित राजकीय भूतात्विक प्रयोगशाला में आगजनी के 13 दिन गुजर गये, लेकिन सोलर प्लांट लगानेवाली एजेंसी की ओर से विधि व्यवस्था व्यवस्थित नहीं की गयी है. पूरा कार्यालय परिसर अस्त-व्यस्त है. खुलेआम बरामदे में रखी मशीनें अब भी अपनी जगह पड़ी हैं. जले यंत्र को हटाया नहीं गया है. वहीं, कार्यालय परिसर में आगजनी के बाद फैले गंध से अधिकारी एवं कर्मी परेशान हैं.
कार्यालय के एक कर्मी ने बताया कि दस मिनट भी कार्यालय में खड़ा या बैठा नहीं जा सकता है. लगातार ज्यादा देर रहने से दम घुटने लगता है. कार्यालय कैंपस में प्रयोगशाला के अलावा खान एवं भूतत्व विभाग से जुड़े अन्य पांच कार्यालय हैं. अधिकारी, आवेदक, अतिथि व अन्य लोग नाक पर रुमाल रख कर कार्यालय के अंदर आने व बाहर जाने को मजबूर हैं.
सोलर प्लांट लगानेवाली एजेंसी के कर्मी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि आगजनी के कारणों का पता लगाया जा रहा है. इस कारण साफ-सफाई कराने से इनकार किया गया है. बता दें कि नौ अगस्त 2023 की अहले सुबह सोलर प्लांट में आग लगने से प्रयोगशाला कार्यालय जल गया था. बरामदे में रखे टेबल, कुर्सी, आलमारी, कागजात, सीसीटीवी कैमरा, वायर, दरवाजा, खिड़की व अन्य सामान जल कर खाक हो गये. वहीं, कार्यालय परिसर की दीवारें काली पड़ गयी हैं.