हजारीबाग में 1 डॉक्टर व नर्स के सहारे बादम का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, ऑनलाइन सलाह के भरोसे मरीज
स्वास्थ्य केंद्र में एक डॉक्टर व एक नर्स के सहारे चल रहा है, डॉक्टर तापस यहां मंगलवार व शुक्रवार को बैठते
हजारीबाग : मध्य कालीन कर्णपुरा राज की राजधानी बादम का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एक डॉक्टर व एक नर्स के सहारे चल रहा है. हालांकि यहां ऑनलाइन इलाज होने की सुविधा है, जिससे मरीजों को कुछ राहत है. लेकिन यहां डॉक्टर, नर्स, महत्वपूर्ण दवाई, बिजली, पेयजल की सुविधा समेत अन्य संसाधनों का अभाव है. सुविधाओं की कमी के कारण यह अस्पताल आंसू बहा रहा है.
बादम का दो मंजिला भवन में जेनरेटर नहीं है. बिजली की आंख-मिचौनी के कारण इलाज करने में काफी बाधा पहुंचती है. यह अस्पताल पहले एडिशनल था, लेकिन अब इसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बना दिया गया है. जबसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एडिशनल अस्पताल से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बना है, तब से यहां डॉक्टरों की कमी है. यहां दो डॉक्टर डॉ गुड्डा व होम्योपैथी डॉक्टर तापस पदस्थापित थे.
डॉक्टर तापस यहां मंगलवार व शुक्रवार को बैठते थे. जबकि डॉ गुड्डा शनिवार एवं सोमवार को बैठते थे. नर्स दयावंती कुमारी के अनुसार डॉ गुड्डा का एक सप्ताह पहले तबादला हो चुका है. अब यहां केवल एक ही होम्योपैथ डॉक्टर तापस वार्डम पदस्थापित है. बादम के मुखिया दीपक दास ,पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि राजा खान, कांग्रेस के जिला महासचिव शेख अब्दुल्ला, आजसू पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष गौतम कुमार वर्मा, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद रफीक अंसारी ने जिला प्रशासन से डॉक्टरों एवं दवाओं की मांग की है.
दर्जनों गांव के लोग पहुंचते हैं इलाज कराने :
बादम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बादम, राउतपारा, बाबूपारा, गोंदलपुरा जोराकाठ, कदमा टोला, आज़ादनगर समेत दर्जनों गांवों के लोग इलाज़ के लिए आते हैं. लेकिन यहां एक ही चिकित्सक डॉ तापस है. वह भी यहां सप्ताह में दो ही दिन ड्यूटी है.