Ashok Singh Murder Case (हजारीबाग) : बिहार के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह 90 दिन तक पैरोल पर रहने के बाद 31 जुलाई, 2021 की शाम को वापस हजारीबाग के जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में बंदी के रूप में वापस लौट गये हैं. पूर्व सांसद को भतीजे की शादी में शरीक होने के लिए कोर्ट से 90 दिनों का पैरोल मिला था, जो 31 जुलाई को खत्म हो गया था.
बता दें कि पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह पर मशरख विधायक अशोक सिंह हत्या मामले का दोष सिद्ध हुआ है. 18 मई, 2017 को कोर्ट में दोषी करार दिये जाने के बाद 23 मई, 2017 से जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं. वर्ष 1995 में तत्कालीन विधायक अशोक सिंह की उस समय बम फेंक कर हत्या कर दी गयी थी जिस समय वह अपने सरकारी आवास पर लोगों से मिल रहे थे.
मशरख विधायक अशोक सिंह हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बिहार के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह ने भतीजे की शादी में शामिल होने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया था. इसी के आधार पर कोर्ट ने पैरोल पर बिहार जाने की अनुमति प्रभुनाथ सिंह को दी थी. इसके बाद जेपी केंद्रीय कारा से बाहर निकल कर अपने भतीजे की शादी में शामिल हुए.
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भतीजे की शादी में शामिल होकर बिहार के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह 31 जुलाई, 2021 को हजारीबाग के जयप्रकाश केंद्रीय कारा में वापस आ गये. प्रभुनाथ सिंह के अधिवक्ता विजय सिंह ने पैरोल से वापस आने की पुष्टि की है. वहीं, जेपी केंद्रीय कारा के जेल अधीक्षक चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि प्रभुनाथ सिंह को जितना दिनों का पैरोल मिला था उसके बाद वह जेल में वापस बंदी के रूप में आ गये हैं.
Posted By : Samir Ranjan.