हजारीबाग की स्टील फैक्ट्री में ब्लास्ट, दो मजदूर बुरी तरह झुलसे
हजारीबाग के एक स्टील फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया है. जिससे दो मजदूर बुरी तरह झुलस गये हैं. अस्पताल में दोनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है.
आनंद सोरेन, हज़ारीबाग : हज़ारीबाग जिले के चरही थाना क्षेत्र के पंद्रह माइल स्थित चिंतपुर्णी स्टील प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में बड़ा हादसा हुआ है. दरअसल रात लगभग 2:30 बजे भट्ठी ब्लास्ट होने के कारण दो मजदूर बुरी तरह झुलस गये. घायलों में मुन्ना प्रसाद यादव व जितेंद्र यादव शामिल हैं. दोनों को गंभीर अवस्था मे रांची देव कमल हॉस्पिटल में ईलाज के लिए ले जाया गया है जंहा ईलाज चल रहा है.
काम करने के दौरान हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक बिहार के गया जिले के ग्राम मुझौली निवासी मुन्ना प्रसाद यादव पिता भुनेश्वर प्रसाद यादव व जितेंद्र कुमार पिता लेखा यादव दोनों पिछले लगभग चार वर्षों से चिंतपूर्णी स्टील प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में ठेका मजदूरी में क्रेन ऑपरेटर के रूप में कार्यरत थे 10 जुलाई के रात्रि लगभग 2:30 बजे लोहा गलाने वाला भट्टी में ब्लास्ट होने के कारण क्रेन ऑपरेटर मुन्ना प्रसाद यादव और जितेंद्र कुमार आग के चपेट में झुलस गए .जोरदार धमाके की वजह से दोनों मजदूरों के शरीर में आग गिर गया और वह बुरी तरह झुलस गये. घटना के बाद वहां पर कार्यरत अन्य मजदूर जमा हो गये. आनन फानन में दोनों को रांची स्थित देव कमल हॉस्पिटल लाया गया. जहां दोनों की स्थिति अब भी गंभीर बतायी जा रही है. घटना के बाद फैक्ट्री में कार्यरत मजदूर धरने पर बैठ गये हैं.
एम्बुलैंस के अभाव में आधा घंटा तक तड़पते रहे घायल मजदूर
जानकारी के अनुसार घटना के बाद फैक्ट्री में अफरा तफरी मच गई . फैक्ट्री में एम्बुलैंस रहने के बावजूद समय पर नहीं पहुँच पाने के कारण घायल मजदूर लगभग आधो घंटे तक तड़पते रहे. करीब आधे घंटे बाद एम्बुलेंस घटनास्थल पर पहुंची और घायल मजदूरों को रांची के देव कमल अस्पताल ले जाया गया.
सुरक्षा के दृष्टिकोण से फैक्ट्री में नहीं है कोई व्यवस्था
24 घंटा में लगभग पांच सौ मजदूर फैक्ट्री में काम करते हैं. भट्ठी में काम करने वाले मजदूरों को सुरक्षा के लिए केवल जूता और टोपी ही मुहैया कराया जाता है जबकि सुरक्षा के दृष्टिकोण एक मजदूर को जूता ,टोपी के साथ सेफ्टी बेल्ट और कंपनी का सेफ्टी कपड़ा देना अनिवार्य है. फैक्ट्री में कार्यरत मजदूरों का कहना है कि फैक्ट्री प्रबंधन मजदूरों से काम तो लेती है लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन मजदूरों की सुरक्षा में कोई ध्यान नहीं देती.
हजारीबाग में पहले भी हो चुका है इस तरह का हादसा
इससे पहले भी हजारीबाग में इस तरह का हादसा हो चुका है. बीते साल सितंबर में कटकमदाग थाना क्षेत्र के सिरसी दामोडीह में एल्युमिनियम फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया था. जिससे दो मजदूरों की मौत घटनास्थल पर हो गई थी. उस वक्त फैक्ट्री संचालक ने दावा किया था कि वज्रपात की वजह से घटना हुई. जबकि ग्रामीणों का कहना था कि भट्टी में पुराना एल्युमिनियम गलाने के दौरान ब्लास्ट हुआ. दोनों मजदूर बिहार के रहने वाले थे. बताया जाता है वह विस्फोट इतना भयानक था कि फैक्ट्री का छत और दीवार क्षतिग्रस्त हो गयी थी.