अंचल कार्यालय का चक्कर लगाने को विवश हैं किसान प्रतिनिधि, कटकमसांडी पीएम किसान निधि योजना से प्रखंड के कई किसान वंचित हैं. इसके बाद भी अंचल कर्मियों का ध्यान इस ओर नहीं है. जबकि सरकार का निर्देश था कि इस योजना से वंचित किसानों के घर-घर जाकर उन्हें इस योजना से जोड़ने का काम करें. इसके लिए कर्मचारी किसानों से संपर्क कर ई केवाइसी, एनपीसीआई बैंक खाते से आधार सेटिंग व भूलेख अंकन करेंगे. इस आदेश की अंचल कर्मियों द्वारा अनदेखी की जा रही है. किसान इस योजना में नाम जोड़ने के लिए अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. इसके बाद भी कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा टाल मटोल कर उन्हें लौटा दिया जा रहा है. केंद्र सरकार जहां किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस योजना का संचालन कर रही है, वहीं कटकमदाग के कर्मी की लापरवाही के कारण एक साल से किसान अंचल कार्यालय का चक्कर लगाने को विवश हैं. किसान जहां सुखाड़ की आशंका से परेशान हैं, वही किसान सम्मान निधि योजना से नाम गायब हो जाने से चिंतित हैं. इस बाबत कटकमदाग कृषि पदाधिकारी घनश्याम प्रसाद ने कहा कि किसान सम्मान निधि योजना का लाभ तीन कारणों से रुक सकता है. इसमें पहला कारण ई केवाइसी, दूसरा बैंक एकाउंट का आधार लिंक और तीसरा लैंड सेडिंग है. इन तीन कारणों में किसान दो कारण आसानी से करा कर अंचल कार्यालय में जमा करते हैं, लेकिन लैंड सेंडिंग (जमीन संबंधी कागजात) करने में कर्मी आनाकानी करते हैं, इसके कारण किसानों का पैसा रूक जाता है. हालांकि इस प्रकार की शिकायत बराबर मिलती रहती है, लेकिन मामला अंचल कार्यालय से जुड़ा हुआ है. इस परिस्थिति में हमलोगों का कोई रोल नहीं है.
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