स्वच्छ गंगा अभियान का साक्षी बनेगा बीएसएफ मेरू
दो नवंबर 2024 को देव प्रयाग उत्तराखंड से शुरू किया गया था.
हजारीबाग. नमामि गंगे परियोजना के तहत स्वच्छ गंगा अभियान का साक्षी हजारीबाग बीएसएफ प्रशिक्षण केंद्र व विद्यालय बनेगा. यह अभियान सीमा सुरक्षा बल व राष्ट्रीय गंगा मिशन के संयुक्त तत्वावधान में दो नवंबर 2024 को देव प्रयाग उत्तराखंड से शुरू किया गया था. अभियान के तहत 2500 किमी की दूरी बीएसएफ की 20 महिला जाबांज प्रहरी 53 दिनों में पूरा करेंगी. यात्रा का थीम सशक्त महिला समृद्ध राष्ट्र स्वच्छ गंगा जीवन वरदान है. अभियान 24 दिसंबर को गंगा सागर में संपन्न होगा. हजारीबाग बीएसएफ का उत्तर प्रदेश से पटना तक का जिम्मा : बीएसएफ के महानिरीक्षक कमलजीत सिंह बान्याल ने बताया कि यह अभियान छह जोन में बांटा गया है. बीएसएफ मेरू को जोन पांच का जिम्मा दिया गया है. इस क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, छपरा, पटना तक है. मिर्जापुर से 374 किमी की दूरी नदी मार्ग की यात्रा का सफल आयोजन व उचित प्रबंधन बीएसएफ मेरू करेगर. इसके लिये 40 सदस्यीय टीम को भेजा गया है. इस विशेष अभियान में 28 नवंबर को मिर्जापुर से 69 किमी दूरी तय कर टीम वाराणसी नमो घाट पहुंची. उन्होंने कहा कि राफटिंग टीम दिन में चलती है और रात में घाट पर रूक कर शहर में स्वच्छ गंगा अभियान के तहत जागरूकता अभियान चलाती है. इस अभियान में द्वितीय कमान अधिकारी विकास सुंद्रेयाल, उप समादेष्टा प्रभात कुमार को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है.
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