Chhath Puja 2020 : सूर्योपासना का केंद्र है बड़कागांव का सूर्य मंदिर, छठ व्रतियों की उमड़ती है भीड़

Chhath Puja 2020 : कर्णपुरा क्षेत्र के लिए लोक आस्था आैर सूर्योपासना का केंद्र है बड़कागांव का सूर्य मंदिर. हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव प्रखंड क्षेत्र के केरेडारी टंडवा रोड स्थित हरदरा नदी तट पर यह सूर्य मंदिर स्थित है. यह मंदिर सूर्यापसना के लिए प्रसिद्ध है. छठ पूजा के दिन सुबह- शाम मेला लगता है. मेले में दूर -दराज के लोग पूजा- अर्चना करने आते हैं. लेकिन इस वर्ष कोविड-19 संक्रमण के कारण मेले का आयोजन नहीं होगा. वहीं, कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर हेमंत सरकार के नये गाइडलाइन के तहत सुरक्षा का विशेष ध्यान सभी श्रद्धालुओं को रखना होगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2020 6:33 PM

Chhath Puja 2020 : बड़कागांव (संजय सागर) : कर्णपुरा क्षेत्र के लिए लोक आस्था आैर सूर्योपासना का केंद्र है बड़कागांव का सूर्य मंदिर. हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव प्रखंड क्षेत्र के केरेडारी टंडवा रोड स्थित हरदरा नदी तट पर यह सूर्य मंदिर स्थित है. यह मंदिर सूर्यापसना के लिए प्रसिद्ध है. छठ पूजा के दिन सुबह- शाम मेला लगता है. मेले में दूर -दराज के लोग पूजा- अर्चना करने आते हैं. लेकिन इस वर्ष कोविड-19 संक्रमण के कारण मेले का आयोजन नहीं होगा. वहीं, कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर हेमंत सरकार के नये गाइडलाइन के तहत सुरक्षा का विशेष ध्यान सभी श्रद्धालुओं को रखना होगा.

मान्यता है कि हरदरा नदी में आकर छठ पूजन करने और सूर्य भगवान को शाम और सुबह अर्घ देने से व्रतियों की हर मनोकामना पूरी होती है. यही कारण है पिछले कई वर्षों से यहां छठव्रतियों समेत श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. इस मंदिर के पुजारी जितल महतो हैं. इस मंदिर की स्थापना 1990 में पूर्व विधायक लोकनाथ महतो, पूर्व प्रमुख गुरुदयाल महतो, दीनदयाल महतो, पूर्व मुखिया बालकृष्ण महतो के नेतृत्व में हुई थी.

और जब लोकनाथ महतो की कामना हुई पूरी…

सूर्य मंदिर का निर्माण कुशवाहा समाज ने किया था. बताया जाता है कि पूर्व विधायक लोकनाथ महतो विधायक बनने से पूर्व भगवान सूर्य की उपासना करते थे. उन्होंने भगवान सूर्य एवं छठ माता से विधायक बनने के लिए मन्नतें भी मांगी थी. जब श्री महतो विधायक बने, तो उनके नेतृत्व में सूर्य मंदिर का सौंदर्यीकरण किया गया. मंदिर निर्माण एवं सौंदर्यीकरण में शशि कुमार मेहता, प्रो कीर्तिनाथ महतो, दीनदयाल, महेंद्र महतो, रामलखन महतो, युगेश्वर प्रसाद दांगी, जयनाथ महतो, यमुना महतो और रंजीत मेहता ने मुख्य भूमिका निभायी. इस मंदिर में राजस्थान से भगवान सूर्य की प्रतिमा लाकर स्थापित की गयी. वर्ष 2003 में गायत्री महायज्ञ करके भगवान सूर्य की प्राण प्रतिष्ठा हुई. पूर्व विधायक लोकनाथ महतो और दीनदयाल महतो जैसे लोगों की जब मनोकामना पूरी हुई, तो लोगों के इस मंदिर के प्रति और आस्था बढ़ गयी.

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मंदिर के पास है गर्मकुंड

सूर्य मंदिर के पास गर्म पानी का कुंडा है. मकर संक्रांति के दिन इस कुंड में नहाने की होड़ लगी रहती है. इस कुंड की खासियत है कि यह कभी सूखता नहीं है.

सूर्य मंदिर छठ घाट में हुआ सीढ़ी का निर्माण

कुशवाहा समाज द्वारा मंदिर से हरहरा नदी तक उतरने के लिए सीढ़ी का निर्माण किया गया. वहीं, मंदिर के आसपास क्षेत्रों में साफ- सफाई की गयी. इस पावन कार्य में मुख्य रूप से समाज के अध्यक्ष शशि कुमार मेहता, सचिव रवींद्र कुमार महतो, सरोज कुमार, गुड्डू कुमार, बराई महतो ,मनोरंजन कुमार महतो आदि ने मुख्य भूमिका निभायी.

Posted By : Samir Ranjan.

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