हजारीबाग गांधी मैदान से निगम को मिल रहा करोड़ों का राजस्व, पर सुविधा नदारद
हजारीबाग मटवारी गांधी मैदान से पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से मुहल्लेवासी परेशान है. हल्की बारिश होने के बाद मैदान के पूर्वी दक्षिणी भाग में जल जमाव हो जाता है.
हजारीबाग मटवारी गांधी मैदान से पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से मुहल्लेवासी परेशान है. हल्की बारिश होने के बाद मैदान के पूर्वी दक्षिणी भाग में जल जमाव हो जाता है. पानी की निकासी नहीं होने से कालीकरण सड़क के ऊपर से पानी बहता है, जिसके कारण कालीकरण सड़क पूरी तरह से टूट गयी है.
यह पानी मटवारी पूर्वी भाग के पांच नंबर गली के पीसीसी सड़क के ऊपर से बहता है. जिससे मुहल्ले मे रहनेवाले लोग, कोचिंग संस्थान आनेजाने वाले विद्यार्थी, मॉर्निंग वाक करनेवाले लोग परेशान है. मटवारी गांधी मैदान का क्षेत्रफल करीब 32 एकड़ भूमि है. मैदान के चारों ओर कालीकरण सड़क बनी है. लेकिन पानी निकासी को लेकर नाली नहीं बनाया गया है.
इन कारणों से मुहल्लेवासियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. गांधी मैदान में निर्मित 160 दुकानों से निगम को करीब 10 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है. इसके अलावा प्रतिमाह दुकान के किराये और मेला आयोजन से करीब 40 लाख रुपया सलाना निगम को आय प्राप्त होता है. इसके बावजूद भी मैदान के रखरखाव, सफाई और लोगों की सुविधा पर फूटी कौड़ी खर्च नहीं होता है.
क्या होनी चाहिए सुविधा : मैदान के आसपास रहनेवाले, मॉर्निंग वाक करनेवाले इंद्रगोप, केपी यादव, अर्जुन राम, दिलीप कुमार, मनोरंजन कुमार ने बताया कि मैदान मे चारों ओर गंदगी व झाडी से भरा है. इसकी सफाई होनी चाहिए. मैदान के चारों तरफ नाली की व्यवस्था होनी चाहिए. लाइट, बिजली, मैदान के किनारे शेड, टहलने के लिए पर्याप्त पाथवे की व्यवस्था प्रशासन को करना चाहिए. निगम के कार्यपालक अभियंता रमेश कुमार सिंह ने कहा कि पानी निकासी की व्यवस्था शीघ्र की जायेगी. दो कनीय अभियंता को स्थल निरीक्षण कर रिपोर्ट मांगी गयी है.