हजारीबाग: जेल से छूटे अपराधी दोबारा अपराध करने पर शीघ्र ही पकड़े जायेंगे. हजारीबाग पुलिस के पास अब नफीस मशीन उपलब्ध है. इस नफीस डिवाइस में जेल जाने वाले सभी अपराधकर्मियों का फिंगर प्रिंट लिया जाता है. अपराधी जब जेल से निकलेंगे, तो दूसरा अपराध करने पर उसकी पहचान फिंगर प्रिंट से हो जायेगी. इसके बाद उसकी गिरफ्तारी तुरंत हो जायेगी. जिले में गिरफ्तार 250 अपराधियों का फिंगर प्रिंट लिया गया है. सभी का रिकॉर्ड नफीस डिवाइस में स्टोर है. उक्त अपराधियों के जेल से बाहर निकलने पर दूसरा अपराध करने पर फिंगर प्रिंट से शीघ्र ही पहचान कर ली जायेगी.
सीसीआर डीएसपी आरिफ एकराम ने कहा कि जेल जाने वाले सभी अपराधियों का फिंगर प्रिंट लेकर नफीस पोर्टल में डाल दिया जाता है. इस पोर्टल में रखे गये फिंगर प्रिंट से राज्य के सभी जिले के पुलिस अपराधियों की पहचान आसानी से कर सकते हैं. हजारीबाग में नफीस डिवाइस लगे छह माह बीत गये हैं. इसमें 250 से अधिक अपराधियों का फिंगर प्रिंट लिया गया है.
नफीस एक फिंगर प्रिंट सिस्टम डिवाइस है. इसे नेशनल ऑटोमेटिक फिंगर प्रिंट आडेंटिफिकेशन सिस्टम कहते हैं. गिरफ्तार अपराधियों के दोनों हथैली का प्रिंट इस डिवाइस से लिया जाता है. फिंगर प्रिंट को नफीस पोर्टल पर डाल कर सुरक्षित रख लिया जाता है. चोरी, लूट, डकैती, हत्या, नक्सल जैसी घटनाओं का अंजाम देनेवाले अपराधियों की पहचान इस डिवाइस से की जा रही है.