इटखोरी : चतरा-हजारीबाग जिला के सीमावर्ती क्षेत्र परसौनी के पास लगाये गये अस्थायी चेकपोस्ट पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी कौशल किशोर व बरही के विधायक उमाशंकर अकेला किसी बात को लेकर आपस में उलझ गये. दोनों तरफ से आधा घंटा तक वाकयुद्ध (बहस) होता रहा. बाद में इटखोरी के बीडीओ विजय कुमार ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया. घटना रविवार को लगभग 12 बजे दिन की है.
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घटना की जानकारी देते हुए दंडाधिकारी ने प्रभात खबर के प्रतिनिधि विजय शर्मा से कहा कि वे ड्यूटी पर थे तभी विधायक (उस समय तक उन्हें नहीं पहचानते थे) आये और चेकनाका खोलने के लिए बोले, हमने कहा कि वरीय अधिकारियों का आदेश है गाड़ी नंबर इंट्री करके ही चेकनाका खोलना है, इतने में ही विधायक आगबबूला हो गये और अनाप-शनाप बोलने लगे. उनके एक व्यक्ति ने मेरा मास्क भी तोड़ दिया.
जब दंडाधिकारी ने कहा कि मैं अपनी ड्यूटी निभा रहा हूं तो विधायक ने उन्हें औकात में रहने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि विधायक ने मुझसे कहा कि तुम जेई हो तो मुझे प्रणाम क्यों नहीं किया. प्रोटोकॉल को समझो. बाद में दोनों तरफ से बात बढ़ गयी. विधायक आधे घंटे तक चेकनाका पर ही डटे रहे.
इसकी सूचना जब बीडीओ विजय कुमार को मिली तब उन्होंने वहां पहुंचकर मामला शांत कराया और विधायक को जाने दिये. जानकारी के अनुसार विधायक को इटखोरी के रास्ते अपने क्षेत्र के पथलगड़ा गांव में जाना था. मालूम हो कि कोरोना वायरस को लेकर चतरा जिला की सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया है. किसी भी वाहन के आवाजाही पर रोक लगा दिया गया है.
क्या कहना है विधायक का : इस संबंध में विधायक ने कहा कि जब मेरे साथ गार्ड है तो दंडाधिकारी को पता होना चाहिए कि कोई वीआईपी ही होगा. जब मेरे गार्ड ने कहा कि विधायक हैं तो उसके बाद भी वह चेकनाका नहीं खोला, वह मास्क भी नहीं पहना हुआ था. मेरे सामने माथे पर चश्मा लगाकर बात कर रहा था. हमने उसे प्रोटोकॉल की जानकारी लेने की नसीहत दी है.