सड़कों का हाल-बेहाल, गहरे हुए गड्ढे

शहर के अधिकतर इलाकों की सड़कों पर गहरे गड्ढे सड़क हादसों को दावत दे रहे हैं. व्यस्त इलाकों की सड़कों पर गड्ढों ने लोगों की परेशानी को बढ़ा दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 10, 2024 6:20 PM

(बेशुमार गड्ढे)

बारिश के बाद शहर की सड़कों पर उभरे गड्ढे, बिखरी गिटियां

सावधान. जिले की सड़कों की हालत खस्ता, रात में है ज्यादा खतरा; प्रशासन दिख रहा बेखबर

देवनारायण, हजारीबाग

शहर के अधिकतर इलाकों की सड़कों पर गहरे गड्ढे सड़क हादसों को दावत दे रहे हैं. व्यस्त इलाकों की सड़कों पर गड्ढों ने लोगों की परेशानी को बढ़ा दी है. बारिश के दौरान जलभराव होने से ये गड्ढे और भी ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं. खासकर दो पहिया, ऑटो और ई-रिक्शा वाहन के पलटने से लोग घायल हो जाते हैं. तमाम शिकायतों के बावजूद अफसर इस समस्या के प्रति लापरवाह बने हुए हैं. शहर में सड़क निर्माण और मरम्मत समेत देखभाल के लिए तीन विभाग की जिम्मेदारी है. इसमें नगर निगम, पीडब्लूडी और एनएच विभाग शामिल है. तीनों विभाग सड़क निर्माण और मरम्मत पर सलाना कराेड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं. इसके बाद भी शहरवासियों को गड्ढों में ही सड़क मिल रही है. अब यह गड्ढे वाहनों के लिए स्पीड ब्रेकर के रूप में काम कर रहा है. शहर की कई सड़क टूटी और जर्जर है, जहां रोज सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं. शहर के कटकमसांडी रोड, पेलावल के पास और हजारीबाग-चतरा रोड के लेपो रोड के पास सड़क की स्थिति काफी खराब है.

शहर की सड़कें वन लाइन हैं, लेकिन कदम-कदम पर बने गड्ढे वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगाते हैं. नगर निगम क्षेत्र में 50 से अधिक सड़कें हैं. कई सड़कों की वर्षों से मरम्मत नहीं की गयी है. सड़क की गिटियां बिखरी हुई है. कई बार शिकायत के बाद भी मरम्मत नहीं हो रही है.

नगर निगम की 14 सड़क पीडब्लूडी विभाग के अधीन

नगर निगम की 14 सड़क पीडब्लूडी विभाग के अधीन है. इसमें मिशन हॉस्पिटल हजारीबाग-बड़कागांव पथ, बाडम बाजार महावीर चौक से कल्लू चौक तक, कुलपति आवास दीपूगढ़ा आवासीय कॉलोनी कनहरी रोड, हुरहुरू मुख्य पथ से बाबा पथ के अंतिम बिंदु तक, कुआं चौक से कुम्हारटोली पीपल चौक पथ तक, कोर्रा चौक से जबरा रोड, हीराबाग चौक मटवारी पीडब्लूडी रोड देवांगना चौक, संत कोलंबा कॉलेज हरनगंज, अरण्य विहार होटल तक, अलका होटल चौक से बड़ा महावीर मंदिर चौक भाया झंडा चौक पथ, जैन मिडिल स्कूल से मस्जिद चौक पथ भाया विष्णुपुरी चौक रामनगर चौक, एनएच-100 से गांधी मैदान मटवारी के चारों तरफ, अन्नदा चौक पुराना बस स्टैंड मिशन अस्पताल हुरहुरू पथ, मटवारी लुटिया मुहल्ला में पुल के पास, सर्किट हाउस एसपी कोठी पीटीसी चौक पीडब्लूडी चौक पथ, एसपी कोठी कनहरी हिल हजारीबाग पावर सब स्टेशन पथ, नीलांबर-पीतांबर चौक पोस्टऑफिस मोड़ स्टेट बैंक पथ, कारगिल पेट्रोल पंप से सिमरा रेस्ट हाउस तक का पथ पीडब्लूडी के अंदर आता है. इसके अलावा कोर्रा, मटवारी, इंद्रपुरी लेपो रोड एनएच-522 के जिम्मे हैं.

सड़कों के निर्माण के लिए 20 करोड़ का बजट

इस वर्ष नगर निगम क्षेत्र में 20 करोड़ रुपये का सड़क निर्माण का बजट निर्धारित है. इसमें 15वें वित्त से 17 करोड़ और नागरिक सुविधा मद से तीन करोड़ रुपये खर्च किया जाना है. अब देखना है कि कितना खर्च कागजों पर और कितना खर्च सड़कों पर हो रहा है.

जर्जर सड़क को लेकर कई बार आंदोलन

केस स्टडी 01 :

पिछले दिनों पगमिल रोड में सड़क पर जल जमाव को लेकर कई दिनों तक आंदोलन चला. जल जमाव और टूटी सड़क की वजह से वाहन चालकों का इसका अंदाजा नहीं हो पाता था. इसके कारण कई सड़क दुर्घटनाएं हुईं. इसी बात को लेकर स्थानीय लोगों में रोष था.

केस स्टडी-02 :

लेपो रोड में टूटी सड़क को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था. घंटों सड़क पर लोग उतरकर टूटी सड़क मरम्मत की मांग की. आंदोलन करनेवाले लोगों ने शहर की सड़क के गड्ढों में धनरोपनी कर विरोध जताया था.

क्यों खराब होती हैं सड़कें :

नगर निगम क्षेत्र की सड़क और नालियों में कोई तालमेल नहीं है. कई नालियां सड़क से ऊपर बना दी गयी है. ऐसी स्थिति में सड़कों पर जल जमाव होता है और सड़कें टूट जाती हैं.

कहां-कहां है टूटी सड़कें :

हजारीबाग शहर में लेपो रोड, इंद्रपुरी चौक, खिरगांव, खिरगांव पुल, बाडम बाजार, बंगाली पाड़ा, बस स्टैंड के पीछे, मिचयारी लेन, धोबिया तालाब सहित दर्जनों सड़क टूटी और जर्जर हैं.

छोटे गड्ढे बन गये गहरे

स्थानीय दुकानदार बंटी केसरी ने बताया कि खराब सड़क होने के कारण दिनभर धूल उड़ने से परेशानी होती है. सांस लेने में दिक्कत होती है. प्रतिदिन हजारों गाड़ियां चलती है, जिससे गड्ढे गहरे बन गए हैं.

गड्ढे और बड़े हो गये

दुकानदार सुनील कुमार ने बताया कि तीन साल पहले लेपो रोड बना था. घटिया निर्माण होने के कारण सड़क टूट गयी. मरम्मत नहीं होने से सड़क पर बने गड्ढे और बड़े हो गये हैं, जो परेशानी का सबब बन गये हैं.

दो पहिया चालकों को ज्यादा परेशानी

दुकानदार सोनू केसरी ने बताया कि बरसात के दिनों में सड़क में बने गड्ढे में पानी भर जाता है. इससे दो पहिया, ई-रिक्शा और ऑटो पलटते रहते हैं. हमेशा लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं.

कोट

क्या कहते हैं जिम्मेदार

90 लाख रुपये का प्राक्कलन तैयार

हजारीबाग-कटकमसाडी पेलावल सड़क का निर्माण साज कंपनी द्वारा 2022 में की गयी थी. वर्ष 2023 में पीडब्ल्यूडी को यह सड़क मिली. सड़क की स्थिति काफी खराब है. इसकी मरम्मत के लिए 90 लाख रुपये का प्राक्कलन तैयार किया गया है.

सुभाष कुमार, पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता.

जल्द मरम्मत होगी खराब

सड़कें

निगम क्षेत्र की खराब सड़कों की मरम्मत कार्य शीघ्र ही की जायेगी. शहर की कई सड़कें बनाने की जिम्मेवारी दूसरे विभाग की है. उन विभागों को भी सड़क मरम्मत करने के लिए पत्र लिखा जायेगा.

जोगेंद्र प्रसाद, नगर आयुक्त, हजारीबाग.B

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