jharkhand news, hazaribagh news हजारीबाग : सरना आदिवासी धर्म कोड लागू करने की मांग को लेकर आदिवासी केंद्र सरना समिति, यंग ब्लड आदिवासी समाज एवं ऑल संताल स्टूडेंट यूनियन के नेतृत्व में रविवार को रेल-रोड चक्का जाम कार्यक्रम हुआ. इसमें आदिवासी छात्र संघ, आदिवासी संताल समिति के सदस्य भी शामिल हुए. आंदोलन का नेतृत्व महेंद्र बेक एवं मनोज टुडू कर रहे थे. सभी सरहुल मैदान हजारीबाग से बिरसा मुंडा चौक, पुराना बस स्टैंड, बंशीलाल चौक, झंडा चौक होते हुए खिरगांव कूद रेलवे स्टेशन पहुंचे. यहां सभी ने सरना आदिवासी धर्म की मांग की. इस दौरान समाज के लोगों ने रेलवे स्टेशन के पास प्रदर्शन भी किया.
आदिवासी सरना समिति अध्यक्ष महेंद्र बेक ने कहा चार माह से सरना धर्म कोड को लेकर झारखंड में आंदोलन चल रहा है. झारखंड सरकार ने सरना आदिवासी धर्म कोड को पास किया, लेकिन केंद्र सरकार इस पर गंभीर नहीं है. केंद्र सरकार आदिवासियों का अस्तित्व समाप्त करना चाहती है.
ऑल संथाली स्टूडेंट यूनियन सह युवा आदिवासी केंद्र सरना समिति अध्यक्ष मनोज टुडू ने कहा आदिवासी भारत के मूल निवासी होने के बाद भी धार्मिक पहचान को मोहताज हैं. आदिवासी प्रकृति के पूजक हैं. सोनू तिर्की ने कहा कि केंद्र की वर्तमान सरकार कोई पहल नहीं करती है तो असहयोग नीति के अनुसार कार्य किया जायेगा. प्रीतम उरांव ने कहा केंद्र सरकार का चुप रहने से आदिवासी समाज आक्रोशित हैं.
मौके पर सुशील ओड़िया, राजेंद्र उरांव, महेंद्र बेक, मनोज टुडू, सुशील ओड़िया, अजय टोप्पो, महेंद्र टोप्पो, राजू उरांव, जीत पाहन भगत, नाथू विनहा, नरसिंहा राव, अर्जुन लिंडा, महेश धान, अनिल टोप्पो, महेंद्र टोप्पो, आदिवासी छात्र संघ के अध्यक्ष अजय टोप्पो, सोनू तिर्की, राजेंद्र राव, प्रीतम उरांव, राजू उरांव, ऑल संथाल स्टूडेंट यूनियन के केंद्रीय उपाध्यक्ष बहराम हांसदा, केंद्रीय सचिव सुंदर लाल मरांडी, जिला सचिव देवीराम टुडू, जिलाध्यक्ष देवीराम हेमरोम, सुरेंद्र किस्कू, विष्णुगढ़ प्रखंड अध्यक्ष रोहित मरांडी आदि उपस्थित थे.
Posted By : Sameer Oraon