हजारीबाग में आबादी व क्षेत्रफल बढ़ने के बाद भी अग्निशमन विभाग में नहीं बढ़े संसाधन, 16 प्रखंड महज तीन दमकल पर निर्भर
आबादी व क्षेत्रफल बढ़ने के बाद भी अग्निशमन विभाग में नहीं बढ़े संसाधन
jharkhand news, hazaribagh news in hindi हजारीबाग : शहर की आबादी व क्षेत्रफल बढ़ने के बाद भी आग बुझाने के लिए अग्निशमन विभाग के पास पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं है. विभाग को आये दिन प्रखंडों में होनेवाली आगजनी की घटनाओं से निबटने के लिये दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हजारीबाग जिला में मात्र तीन दमकल से आग बुझाने का काम किया जाता है. इनमें एक दमकल बरही अनुमंडल में और दो दमकल की गाड़ी जिला मुख्यालय में चालू स्थिति में है.
वर्तमान में मुख्यालय में एक ही दमकल की गाड़ी उपलब्ध है. एक दमकल वाहन बड़कागांव में दो माह से तैनात है. वहीं तीन गाड़ियां वर्षों से खराब है. खराब वाहनों में एक छोटा दमकल वाहन और दो बड़ा दमकल वाहन शामिल है.
समय पर नहीं पहुंच पाती है दमकल गाड़ी:
जिला में कुल 16 प्रखंडों के लिए सभी प्रखंडों में लगी आग को बुझाने मे तीन दमकल गाड़ियां उपलब्ध है. जिला मुख्यालय से विष्णुगढ़ की दूरी 40 किमी, केरेडारी की दूरी 40 किमी, कटकमसांडी की दूरी 20 किमी, चुरचू आंगों की दूरी 30 किमी, चरही की दूरी 20 किमी, कटकमदाग की दूरी 15 किमी है. आगजनी घटना की सूचना मिलने के बाद दमकल गाड़ी व कर्मियों को पहुंचने में काफी समय लग जाता है. जब तक दमकल कर्मी घटनास्थल पर पहुंचेगी, तब तक आग अपना काम तमाम कर देगा.
गर्मी में अधिक परेशानी :
दमकल कर्मियों को गर्मी के दिनों में आग बुझाने में काफी परेशानी होती है. एक बड़े दमकल गाड़ी में मात्र 4500 लीटर पानी रहता है. आगजनी की बड़ी घटनाओं को काबू पाने के क्रम में पानी खत्म हो जाने पर शीघ्र पानी उपलब्ध नहीं होता है. इस कारण आग बेकाबू हो जाती है.
आग बुझाने के समय दमकल में पानी खत्म हो जाने की स्थिति झील व अन्य तालाबों से पानी लेना पड़ता है. इस प्रक्रिया में भी समय लगता है. जिला के 16 प्रखंडों में आग बुझाने के लिए मात्र 11 फायर फाइटर पदस्थापित हैं. इनमें एक प्रभारी, चार हवलदार, छह अग्निचालक कार्यरत हैं. कर्मियों की कमी से भी विभाग को परेशानी उठानी पड़ती है.
मुख्यालय को भेजा गया है प्रस्ताव :
अग्निशमन विभाग की खराब दमकल गाड़ी की मरम्मत व नये वाहनों की खरीद के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. प्रभारी उत्तम महतो ने बताया कि कम संसाधनों में भी जिला में बेहतर कार्य हो रहा है.
Posted By : Sameer Oraon