सख्ती: अफीम की खेती के खिलाफ वन विभाग व पुलिस की कार्रवाई चौपारण. झारखंड-बिहार के सीमांत घने जंगल अंजन, मूर्तिया और कबिलास में 10 एकड़ वनभूमि पर लगी अफीम की खेती को शनिवार को ट्रैक्टरों से रौंद कर नष्ट कर दिया. यह कार्रवाई पुलिस एवं वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में की गयी. छापामारी दल को देखते ही अफीम के अवैध कारोबार में लगे लोग जंगल का लाभ उठा कर भाग निकले. बताया गया कि अफीम की खेती की सूचना प्रशासन को मिली. इसके बाद एक टीम का गठन किया गया, जिसका नेतृत्व थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश कर रहे थे. इसके बाद अफीम की खेती नष्ट करने की कार्रवाई की गयी. उन्होंने बताया यह कार्रवाई वरीय अधिकारियों की सूचना पर की गयी है. बताया कि अफीम की खेती करने वालों की पहचान की जा रही है. उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. ज्ञात हो विधायक मनोज यादव ने विधानसभा में शून्यकाल के दौरान चौपारण के जंगली क्षेत्रों में अफीम की खेती होने का मामला उठाया था. चौपारण पुलिस ने लगातार दो दिनों तक अफीम की खेती के खिलाफ छापामारी अभियान चलाया. इसके पूर्व अहरी के गहरे जंगल में पांच एकड़ वनभूमि पर अफीम की खेती को नष्ट किया जा चुका है. छापामारी में थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश, एसआई रतन टुडू, बादल महतो, रामु महतो, वनकर्मी जैनेंद्र कुमार, कुलदीप कुमार महतो, दीपक यादव, नरेश यादव, श्रवण कुमार दास, रेवा गंझू सहित पुलिस बल के जवान शामिल थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है