तत्कालीन एसडीओ की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना
गंभीर रूप से झुलस गयी अनिता की 28 दिसंबर को हो गयी थी मौत
हजारीबाग. तत्कालीन सदर एसडीओ अशोक कुमार की पत्नी अनिता देवी की मौत मामले में आरोपी बनाये गये अशोक कुमार समेत अन्य लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मायके वालों की ओर से सोमवार को समाहरणालय गेट के समक्ष धरना दिया गया. धरना का नेतृत्व मृतका अनिता देवी के भाई राजू कुमार गुप्ता ने किया. धरना में काफी संख्या में शहर और आसपास के लोगों के अलावा सामाजिक संगठनों व राजनीतिक दलों से जुड़े लोग शामिल हुए. धरना में बैठे लोग एसडीओ समेत अन्य लोगों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. धरना के बाद एक ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया. जिसमें कहा गया कि 26 दिसंबर 2024 की सुबह सदर एसडीओ आवास में पत्नी अनिता देवी को जला दिया गया था. झुलसी अवस्था में अनिता को आरोग्यम अस्पताल लाया गया. यहां से गंभीर अवस्था में पहले बोकारो जेनरल अस्पताल, फिर वहां से रांची के हंसराज अस्पताल रेफर किया गया था. इलाज के दौरान हंसराज अस्पताल में अनिता देवी की मौत 28 दिसंबर को हो गयी थी. अनिता देवी की मौत के लिए परिजनों ने पति तत्कालीन एसडीओ अशोक कुमार समेत ससुराल पक्ष के कई लोगों को दोषी ठहराया. उन्होंने लोहसिंघना थाना में मामला दर्ज कराया था. उस समय भी न्याय के लिए अनिता के मायके वालों ने थाना का घेराव किया और गिरफ्तारी की मांग की थी. इस घटना को लेकर शहर में लगातार धरना-प्रदर्शन कई दिनों तक जारी था. धरना में सदर विधायक प्रदीप प्रसाद, बरही विधायक मनोज यादव, पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, जिप सदस्य मनीष ठाकुर, बटेश्वर प्रसाद मेहता, वीरेंद्र कुमार, सुनील साहू, अरविंद ओझा, कमल किशोर, महावीर साव, अभिषेक सिन्हा, सुनील गुप्ता, दीपक गुप्ता, स्नेहलता, संतोष रविदास, प्रकाश कुशवाहा, नंदलाल साहू, किशोरी राणा समेत काफी संख्या में शहरवासी शामिल हुए.
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