विद्यार्थियों को किताबी के साथ डिजिटल शिक्षा भी मिलेगी
जिले के 1800 सरकारी स्कूलों में दीक्षा कार्यक्रम शुरू
जिले के 1800 सरकारी स्कूलों में दीक्षा कार्यक्रम शुरू आरिफ, हजारीबाग जिले के सरकारी 1800 स्कूलों में अध्ययनरत लगभग दो लाख (कक्षा एक से 12वीं ) विद्यार्थियों को अब डिजिटल शिक्षा मिलेगी. किताबों के साथ-साथ शिक्षक विद्यार्थियों को डिजिटल आधारित ज्ञान देंगे. इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को सभी क्षेत्र में सशक्त बनाना है. इसके लिये भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर फार नॉलेज शेयरिंग (दीक्षा) कार्यक्रम स्कूलों में शुरू किया गया है. वहीं, संबंधित स्कूल के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है. प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षक अपने-अपने स्कूलों में दीक्षा का प्रयोग करने लगे हैं. इससे विद्यार्थियों को डिजिटल स्तर पर शिक्षा का लाभ मिलने की उम्मीद बढ़ी है. क्या है दीक्षा कार्यक्रम: भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर फार नॉलेज शेयरिंग (दीक्षा) एप कार्यक्रम शुरू किया है. इसकी शुरुआत देश स्तर पर पांच सितंबर 2017 को हुई है. इसमें देश स्तर पर प्रमुख भाषाओं में शिक्षण सामग्री उपलब्ध है. ऑडियो (आवाज से) वीडियो, शब्द कोश, इ-कंटेट की सभी सुविधा है. प्रतिष्ठित कई शिक्षक एवं विशेषज्ञों के संदेश को इसमें शामिल किया गया है. दीक्षा एप पर शिक्षक, अभिभावक, प्रशासनिक अधिकारी एवं स्कूली विद्यार्थी रजिस्टर्ड होकर इसका लाभ लेंगे. दीक्षा एप में डिजिटल युग को बेहतर बनाने के लिए सभी राज्यों के बोर्ड को जोड़ा गया है. वहीं, देश की तीन महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थान एनसीइआरटी, सीबीएसई एवं एनआईओएस को शामिल किया गया है. शिक्षकों को मिला प्रशिक्षण : स्कूलों में दीक्षा कार्यक्रम को बेहतर करने के लिए जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में दो दिवसीय प्रशिक्षण शुक्रवार को संपन्न हुआ. प्रशिक्षण में अलग-अलग स्कूल के 38 शिक्षक शामिल हुए. फेस वाइज शिक्षकों को दीक्षा का प्रशिक्षण मिल रहा है. शिक्षकों को प्रशिक्षण के माध्यम से दीक्षा कार्यक्रम के सफल संचालन की जानकारी दी जा रही है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने दीक्षा कार्यक्रम शुरू कर एक राष्ट्रीय मंच प्रदान किया है. इसका लाभ विद्यार्थियों को भरपूर मिलेगा. इस पर शिक्षक काम कर रहे हैं. इसका प्रचार-प्रसार कर बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं अभिभावक को जोड़ा जा सकता है. प्रकाश कुमार यादव, प्रशिक्षक, डायट संकाय सदस्य, हजारीबाग. ————- जिले में दीक्षा कार्यक्रम सफलतापूर्वक शुरू है. इसका लाभ विद्यार्थियों को मिल रहा है. किताबों के अलावा डिजिटल रूप में विद्यार्थी शिक्षित हो रहे हैं. शिक्षक सरल तरीके से ऑडियो (आवाज से) वीडियो के माध्यम से विद्यार्थियों को शिक्षित करने में सहयोगी बन रहे हैं. इसके लिये स्कूलों में प्रोजेक्टर, कंप्यूटर जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं दी गयी हैं. प्रवीन रंजन, डीइओ, हजारीबाग.
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