लंबे समय तक स्कूल से दूर रहने के बाद विद्यार्थियों में शिक्षा का स्तर जानने के लिए विद्यार्थियों में शिक्षा की गिरावट की जांच होगी. कोरोना काल में सभी स्कूल बंद हो गये थे. घर बैठे विद्यार्थियों की ऑनलाइन पढ़ाई हो रही थी. कोविड-19 में सुधार के बाद अधिकांश स्कूल खुल गये हैं. लंबे समय तक स्कूल से दूर रहने के बाद विद्यार्थियों में शिक्षा का स्तर जानने के लिए सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित हुई है.
इसके लिए शिक्षा विभाग ने विशेष तैयारी की है. 31 मार्च को एक साथ पूरे जिले में कक्षा तीन से सात के विद्यार्थियों का ओएमआर सीट के माध्यम से मूल्यांकन होगा. इसमें विद्यार्थियों की शिक्षा की जांच की जायेगी. इसकी तैयारी झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय हजारीबाग की ओर से कर ली गयी है. बीआरपी-सीआरपी के माध्यम से सपोर्ट टेस्टिंग की प्रक्रिया शुरू है.
31 मार्च को सुबह नौ बजे से सभी स्कूलों में एक साथ मूल्यांकन कार्य शुरू होगा. यह तीन घंटे तक चलेगा. इसमें कक्षा पांच से सात के विद्यार्थियों को ओएमआर उपलब्ध होगा. कक्षा पांच के विद्यार्थियों के लिए कुल 40 प्रश्न पूछे जायेंगे. कक्षा छह-सात के विद्यार्थियों को 50-50 प्रश्नों के उत्तर देने होंगे. कक्षा तीन से चार में भी 40-40 वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे.
कक्षा तीन से चार की परीक्षा प्रश्न पत्र सह उत्तर पुस्तिका पर ली जायेगी. सभी शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य के दौरान कोविड-19 का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश मिला है. संस्कृत एवं उर्दू विषयों का मूल्यांकन शिक्षकों द्वारा विद्यालय स्तर पर होगा. बाकी विषय के लिए जैक रांची जेसीइआरटी द्वारा प्रश्न पत्र सहित अन्य सामग्री उपलब्ध होगी. ओएमआर सीट पर विद्यार्थियों का नाम, कक्षा, सेक्शन एवं क्रमांक अंकित रहेगा. सभी शिक्षकों को वर्गवार उपस्थिति पंजी तैयार करने को कहा गया है. मूल्यांकन के बाद ओएमआर शीट को पैकिंग कर जेसीइआरटी को भेजा जायेगा.