केरेडारी में फर्जी ग्रामसभा ? एससीसी से दर्जनों नाम कटने पर मचा बवाल, ग्रामीणों ने मुखिया पर लगाया आरोप
Jharkhand news, Hazaribagh news : हजारीबाग जिला के केरेड़ारी प्रखंड अंतर्गत पचड़ा पंचायत में फर्जी ग्रामसभा कर 71 गरीब परिवारों का एससीसी डाटा से नाम हटाने का एक मामला प्रकाश में आया है. इस संबंध में ग्रामीणों ने पचड़ा पंचायत की मुखिया फूल कुमारी देवी पर फर्जी ग्रामसभा कर लाभुकों का नाम हटाने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में जानकारी मिलने पर पीएम आवास योजना के लाभुकों ने जांच की, तो पता चला कि बिना ग्रामीणों की उपस्थिति में ग्रामसभा का आयोजन दिखाया गया और इसी के आधार पर 71 गरीब परिवारों को आवास से वंचित कर दिया.
Jharkhand news, Hazaribagh news : केरेडारी (अरुण कुमार यादव) : हजारीबाग जिला के केरेड़ारी प्रखंड अंतर्गत पचड़ा पंचायत में फर्जी ग्रामसभा कर 71 गरीब परिवारों का एससीसी डाटा से नाम हटाने का एक मामला प्रकाश में आया है. इस संबंध में ग्रामीणों ने पचड़ा पंचायत की मुखिया फूल कुमारी देवी पर फर्जी ग्रामसभा कर लाभुकों का नाम हटाने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में जानकारी मिलने पर पीएम आवास योजना के लाभुकों ने जांच की, तो पता चला कि बिना ग्रामीणों की उपस्थिति में ग्रामसभा का आयोजन दिखाया गया और इसी के आधार पर 71 गरीब परिवारों को आवास से वंचित कर दिया.
मामला का उजागर तब हुआ जब लाभुक पीएम आवास योजना के तहत आवास की मांग को लेकर मुखिया के पास पहुंचे. तब मुखिया ने लाभुकों को टालमटोल कर वापस लौटा दिया. मामला तूल पकड़ते ही ग्रामीणों ने कार्यकारिणी एवं योजना पंजी की जांच किये, तो पता चला कि 71 लाभुकों का एससीसी डाटा से नाम हटाने को लेकर मुखिया फूल कुमारी देवी, पंचायत सचिव बालकृष्ण ठाकुर समेत कई ग्रामीणों के साथ बैठक कर 6 फरवरी को प्रखंड मुख्यालय को पत्र सौंपा गया है.
इस बात की जानकारी गांव में आग की तरह फैल गयी. हस्ताक्षर किये ग्रामीणों से लोगों ने पूछताछ किया, तो पता चला कि इस संबंध में कोई ग्रामसभा आयोजित नहीं हुई है और ना ही इसके बारे में कोई जानकारी दी गयी है. ग्रामीणों के फर्जी हस्ताक्षर युक्त ग्रामसभा मुखिया के द्वारा कराने पर ग्रामीणों ने ग्रामसभा को रद्द करने की मांग की है. फर्जी ग्रामसभा की शिकायत ग्रामीणों ने केरेडारी बीडीओ देवलाल उरांव से फोन पर की है.
फर्जी ग्रामसभा के बारे में ग्रामीण अमित मालाकार, लखन माली, उत्तम साव आदि ने बताया की 6 फरवरी को गांव में पूजा था. इसमें हमलोग सुबह से रात तक रहें. इस दौरान ग्रामसभा की कोई जानकारी भी नहीं दी गयी और हमसभी का फर्जी हस्ताक्षर कर लिया गया है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि फर्जी हस्ताक्षर मुखिया के खास आदमी के द्वारा किया गया है.
इस संबंध में मुखिया फूल कुमारी देवी कहती हैं कि कोई ग्रामसभा का आयोजन नहीं किया गया था. पंचायत सचिव एवं रोजगार सेवक हारून रशीद डायरी हमारे पास लाकर हस्ताक्षर और मोहर करवाये थे. वहीं, बीडीओ देवलाल उरांव ने कहा फर्जी ग्रामसभा करना घोर अपराध है. इस संबंध में फिलहाल मेरे पास कोई शिकायत नहीं आयी है. शिकायत मिलते ही मुखिया के खिलाफ तर्कसंगत कार्रवाई की जायेगी.
Posted By : Samir Ranjan.